पटना, 20 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से एच-1 बी वीजा का शुल्क बढ़ाए जाने की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ऐसा करके डोनाल्ड ट्रंप अपने हाथों से ही अपने लिए कुआं खोद रहे हैं।
कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि डोनाल्ड ट्रंप एक तरफ भारत को अपना मित्र बताते हैं, वहीं दूसरी तरफ लगातार ऐसे फैसले ले रहे हैं, जो भारत के हितों को ठेस पहुंचा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप की इस दोहरी नीति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
कांग्रेस सांसद ने भारत के संबंध में लिए गए फैसलों पर अमेरिकी राष्ट्रपति के हस्तक्षेप को अस्वीकार्य बताते हुए इसकी आलोचना की। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत को हमारे यहां के लोग चलाएंगे। भारत के मामले में किसी भी दूसरे पक्ष के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारे लिए भारत का हित सर्वोपरि है। हम इसके साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते।
सैम पित्रोदा के पाकिस्तान से जुड़े बयान को कांग्रेस सांसद ने उनका व्यक्तिगत बयान बताया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि मुझे उनके बारे में ज्यादा आइडिया नहीं है। मेरी उनसे ज्यादा बातचीत भी नहीं होती है। ऐसी स्थिति में मैं नहीं समझता कि मेरे लिए इस पर टिप्पणी करना उचित रहेगा। सैम पित्रोदा ने कहा कि पाकिस्तान उन्हें अपने घर जैसा लगता है, तो बहुत मुमकिन है कि वो अपने इतिहास की कुछ बातें बता रहे हों।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हो सकता है कि सैम पित्रोदा के कुछ जानकार पाकिस्तान में रहते हो, क्योंकि पाकिस्तान भी कभी हमारे ही देश का हिस्सा था। ऐसी स्थिति में इस बात की प्रबल संभावना है कि सैम पित्रोदा का पाकिस्तान से कोई पुराना नाता हो, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जब बात देश की आती है तो हम सभी लोगों को देश के साथ खड़ा होना चाहिए। देश के हितों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा, उन्होंने इंडिया गठबंधन में दरार के दावे को भी सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। हम सब एकजुट हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में भी हम लोग एक साथ चुनाव लड़ेंगे। हमारे बीच किसी भी बात को लेकर कोई मतभेद नहीं है। हम लोग अभी विभिन्न सीटों की राजनीतिक स्थिति का अध्ययन कर रहे हैं। आगे फैसला करेंगे कि कहां से किसे चुनावी मैदान में उतारना है।
–आईएएनएस
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