रामनगर. विगत एक सप्ताह से कुवरी, बुडवा एवं सोनघड़ियाल अभ्यारण क्षेत्र से धड़ाधड़ अवैध बालू की निकासी पुनः शुरू हो गई है। यह जो स्थानीय थाने की पुलिस व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है। ख़बर् के अनुसार थाना प्रभारी का कहना है कि बालू क्षेत्र के भीतर जाकर डंपरों को पकड़ना खतरनाक है।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि फिर सड़क तो पुलिस की निगरानी में है, सड़क पर दौड़ते डंपरों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही अवैध कारोबार पर पुलिस की ‘मौन सहमति’ विगत कई वर्षों का अनुभव बताता है कि जब कभी अधिकारियों या कर्मचारियों पर बालू माफियाओं से अप्रत्याशित घटनाएँ होती हैं, तो कुछ समय कार्रवाई के बाद पुनः यह धंधा चालू हो जाता है।
इससे साफ संकेत मिलता है कि कहीं न कहीं ,खनिज विभाग, पुलिस और बालू माफियाओं के बीच सेटिंग बनी हुई है। 20 सितंबर की सुबह ही 7:15 बजे तक कम से कम 20 डंपर अवैध एवं ओवरलोड बालू लेकर आराम से निकल गए। माना जा रहा है कि कुवरी से होने वाली इस निकासी को अब र पुलिस की हरी झंडी मिल चुकी है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि पुलिस सख्ती दिखाए तो कुवरी से लेकर जिगना अथवा रामनगर तक एक भी डंपर सड़क पर न दौड़े। लेकिन मौजूदा हालात बताते हैं कि क्षेत्रीय पुलिस या तो दबाव में है या फिर मिलीभगत में अब देखना होगा की इन अवैध रेत माफियाओं क्या कार्यवाही करते हैं,