बीजिंग. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 19 सितंबर की रात अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत कर वर्तमान चीन-अमेरिका संबंध और समान चिंता वाले सवालों पर ईमानदार और गहन रूप से रायों का आदान-प्रदान किया और अगले चरण में चीन-अमेरिका संबंध के स्थिर विकास के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया।
शी ने कहा कि चीन-अमेरिका संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं। दोनों देश एक दूसरे की सफलता में मदद दे सकते हैं और एक साथ समृद्ध हो सकते हैं, जिससे दोनों देशों और पूरे विश्व को लाभ मिलेगा। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका-चीन संबंध विश्व में सबसे अहम द्विपक्षीय संबंध हैं। दोनों देश सहयोग से विश्व की शांति व स्थिरता के लिए बहुत लाभदायक काम कर सकते हैं।
उम्मीद है कि अमेरिका चीन के साथ दीर्घकालिक व बेहतर संबंध बनाए रखेगा। चीनी रनमिन विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध कॉलेज के प्रोफेसर त्याओ तामिंग ने सीएमजी को बताया कि राष्ट्राध्यक्षों की कूटनीति चीन-अमेरिका संबंध में रणनीतिक नेतृत्व की भूमिका निभाती है। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की इस बातचीत के मार्गदर्शन में दोनों पक्ष व्यापार वार्ता आगे बढ़ाएंगे और द्विपक्षीय संबंध आम तौर पर स्थिर रहेगा।
चीनी कूटनीति कॉलेज के प्रोफेसर ली हाईतुंग ने सीएमजी को बताया कि राष्ट्रपति शी ने बातचीत में चीन की शांति को मूल्यवान समझकर भविष्य रचने की इच्छा व्यक्त की और अमेरिका से सही ऐतिहासिक अवधारणा की स्थापना करने पर बल दिया। वर्तमान में दूसरे विश्व युद्ध में चीन और अमेरिका के साथ-साथ लड़ने की मित्रता की याद दिलाना दोनों देशों का ऐतिहासिक कार्य व प्रमुख देशों की जिम्मेदारी समझने के लिए मददगार है।
चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के वैश्विक रणनीति थिंक टैंक के अंतरराष्ट्रीय राजनीति विभाग के निदेशक चाओ हाई के विचार में अगर चीन और अमेरिका ज्वलंत टिकटॉक मुद्दे का समाधान करेंगे, तो अपने-अपने उद्यमों का एक-दूसरे के बाजार में वाणिज्य संचालित करने के लिए शर्तें तैयार की जाएंगी और दोनों देशों के अन्य व्यापार सवालों के समाधान में भी मदद मिलेगी।
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स्थानीय विश्लेषकों के विचार में अगर दोनों देश दोनों राष्ट्राध्यक्षों के रणनीतिक मार्गदर्शन में अडिग रहेंगे और दोनों राष्ट्राध्यक्षों की अहम समानताओं को डटकर लागू करेंगे, तो चीन और अमेरिका के पास मतभेद नियंत्रित करने और नये काल में सहयोग व साझी जीत का रास्ता निकालने की क्षमता होगी। (साभार- चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)