जोधपुर, 23 सितंबर (आईएएनएस)। जोधपुर स्थित भव्य बीएपीएस स्वामी नारायण मंदिर में चल रहे मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत 23 सितंबर यानी मंगलवार का दिन भक्तिमय वातावरण में मनाया गया। प्रातःकाल विश्व शांति महायज्ञ का प्रथम दिवस संपन्न हुआ।
सैकड़ों परिवारों ने यज्ञ में अग्निहोत्र द्वारा विश्व शांति, समाज कल्याण और सर्वजन मंगल की भावनाओं से आहुतियां अर्पित कीं। वैदिक ऋचाओं और मंत्रोच्चारण के बीच हुए इस यज्ञ ने वातावरण को शांति, आनंद और पवित्रता से सराबोर कर दिया।
इस अवसर पर आशीर्वाद वर्षा करते हुए परम पूज्य महंतस्वामी जी महाराज ने कहा कि यज्ञ से धर्म-भावना बढ़ेगी, जिससे सबको लाभ होगा। सबसे बड़ा लाभ तो भगवान की प्राप्ति का है, जो हमें झांकी स्वरूप नहीं, बल्कि प्रत्यक्ष मिले हैं। इसका आनंद जीवन के प्रत्येक क्षण में होना चाहिए। उन्होंने सबके लिए मंगलकामना की।
सायं सभा ‘इतिहास दिन’ के रूप में आयोजित हुई। सभा का प्रारंभ धून-भजन से हुआ। इसके पश्चात बीएपीएस संस्था के विद्वान संत पूज्य आदर्शजीवन स्वामीजी ने ‘यज्ञ का मर्म’ पर प्रकाश डालते हुए यज्ञ को आत्मशुद्धि और समाजसेवा का दिव्य साधन बताया। वरिष्ठ सद्गुरु संत पूज्य विवेकसागर स्वामीजी ने अपने प्रवचन में भगवान को सर्वकर्ता मानकर जीवन जीने की प्रेरणा दी।
सभा में ‘राजस्थान री गाथा’ विषय पर राजस्थान और गुजरात के बाल-युवा वृंद द्वारा भव्य संवाद प्रस्तुति हुई, जिसने जोधपुर सहित संपूर्ण प्रदेश में सत्संग की गौरवशाली परंपरा और उसके योगदान को उजागर किया। संतों और विद्वानों के प्रवचनों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आध्यात्मिकता, संस्कार और सेवाभाव से ओत-प्रोत किया।
सभा का समापन आरती एवं भावपूर्ण प्रस्तुतियों के साथ हुआ। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में आईआईटी जोधपुर के निदेशक, जोधपुर विश्वविद्यालय के कुलपति तथा बीकानेर विश्वविद्यालय के उपकुलपति सुमंत व्यास उपस्थित रहे और उन्होंने इस महोत्सव को समाज व संस्कृति के लिए प्रेरणास्पद बताया।
इसके अलावा बुधवार को विश्व शांति महायज्ञ के द्वितीय दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। पांच भव्य और कलात्मक सुसज्जित रथों पर मंदिर में प्रतिष्ठित की जाने वाली दिव्य मूर्तियों की शोभायात्रा जोधपुर नगर के मुख्य मार्गों से होकर निकलेगी। जिसके लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। यह शोभायात्रा नगरवासियों के लिए अनुपम और अविस्मरणीय दृश्य प्रस्तुत करेगी।
यह शोभा यात्रा दोपहर 3 बजे रावण चबूतरा से शुरू होकर बारहवीं रोड चौराहा, जलजोग चौराया, सरदारपुरा सी रोड, गांधी मैदान रोड, सरदारपुरा बी रोड, गोल बिल्डिंग, जालोरी गेट, एम.जी हॉस्पिटल रोड, सोजती गेट चौराया, नई सड़क चौराया से गुजरते हुए उम्मेद उद्यान पर शाम 6 बजे संपन्न होगी ।
इस शोभायात्रा की विशेषता होगी, पारंपरिक परिधान में सजे-धजे बच्चे, महिलाएं और युवा, भजन-कीर्तन करता हुआ भक्त समुदाय। विभिन्न सांस्कृतिक नृत्यों की झलक यात्रा को और आकर्षक बनाएगी। यह शोभा यात्रा भारतीय और राजस्थानी संस्कृति की अनुपम छटा प्रस्तुत करेगी।
–आईएएनएस
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