यंग प्रोफेशनल्स के फील्ड अनुभव को साझा करने रवीन्द्र भवन में सुशासन समागम हुआ। समागम के शुभारंभ पर अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (एग्पा) के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि ग्राउंड के जो अनुभव हैं, उनके आधार पर आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। यंग प्रोफेशनल्स एवं सीएम फेलो जिला प्रशासन को सुदृढ़ बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान में डेव्हलपमेंट रायटिंग और इम्पेक्ट एसेसमेंट का 15-15 दिन का कोर्स कराया जा रहा है।
एग्पा के एडीशनल सीईओ श्री लोकेश शर्मा ने कहा कि सीएम फेलो जहाँ लोकल इश्यू को चिन्हित करते हैं, वहीं बेस्ट प्रेक्टिसेस की जानकारी भी देते हैं। उन्होंने समागम के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। सीएम फेलो उमरिया सुश्री रूपल जैन ने सिकल सेल डिसीज के संबंध में चलाये गये जागृत अभियान, बड़वानी के श्री विनय शर्मा ने मिशन उम्मीद और मुरैना की सुश्री सोनाली शर्मा ने जिले में किये गये नवाचारों को साकार किया। नेहरू युवा केन्द्र के समन्वयक डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला ने बताया कि नेहरू युवा केन्द्रों में 42 हजार 500 युवा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कोरोना और स्वच्छता अभियान में उनके द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी दी। गांधी फेलोशिप के श्री हिमांशु गुप्ता, राष्ट्रीय सेवा योजना सहित जन-अभियान परिषद, एनएसएस और मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किये।
एमडी एमपीएसईडीसी श्री अभिजीत अग्रवाल ने पब्लिक सर्विस गारंटी एक्ट और एमपी ई-डिस्ट्रिक्ट, सीएम हेल्पलाइन और सीएम जन सेवा के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सीएम जन सेवा से आय प्रमाण-पत्र, मूल निवासी प्रमाण-पत्र, खसरा-खतौनी, चालू नक्शा और भू-अधिकार ऋण पुस्तिका प्राप्त की जा सकती है।
जमीनी स्तर पर कन्वर्जेंस से सामाजिक विकास पर हुई परिचर्चा में प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि सब कुछ सरकार द्वारा ही किया जाना संभव नहीं है। सभी संस्थाएँ मिल कर चैलेंज तय करें और एक इको सिस्टम बनाएँ। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र जामदार ने कहा कि ज्ञान शक्ति और कार्य शक्ति मिल कर कार्य करेंगे, तो रिजल्ट जरूर अच्छा आएगा। अध्यक्ष मध्यप्रदेश कौशल विकास एवं रोजगार सृजन बोर्ड श्री शैलेन्द्र शर्मा ने कहा कि जिलों में सभी संस्थाएँ मिल कर सुशासन फेलो क्लब बनाएँ और मिल कर डाटा कन्वर्जेंस करें। पीरामल फाउंडेशन की श्रीमती संगीता ममगेन ने कहा कि जिलों में विभागीय अधिकारियों और यंग प्रोफेशनल्स की माह में कम से कम एक बैठक जरूर हो। आपस में मिल कर कार्य करेंगे, तो रिजल्ट बेहतर आयेंगे।
हुए 8 एमओयू
एग्पा ने संयुक्त रूप से नीति बनाने, शोध करने, नवाचार और बेस्ट प्रेक्टिसेस को साझा करने 8 संस्थाओं से एमओयू किया। एग्पा ने भारत रूरल लाइवलीहुड फंड नई दिल्ली, महात्मा गांधी राज्य ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान जबलपुर, दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट, प्रदान दिल्ली, ग्लोबल विलेज फाउंडेशन इंदौर, समर्थन भोपाल, विकास संवाद भोपाल और डिबेट भोपाल से एमओयू किया।