नई दिल्ली, 23 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) और सीएटीएस (केंद्रीकृत दुर्घटना एवं आघात सेवा) ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में अग्नि सुरक्षा, बम की धमकी, दुर्घटना प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण पर मॉक ड्रिल की। तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय युवा मामले व खेल मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम पहुंचे थे।
केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर लिखा कि भारत वैश्विक खेल आयोजनों का केंद्र बन रहा है।
विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 27 सितंबर से 5 अक्टूबर, 2025 तक दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित की जागी। उद्घाटन समारोह 25 सितंबर को होगा।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के प्रशासक डॉ. शरत चंद्र यादव ने सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए कहा, “एथलीटों की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सभी रैंप विशेष रूप से तैयार किए गए हैं। शौचालयों को पूरी तरह से पैरा-अनुकूल बनाया गया है। डीडीएमए, एनडीआरएफ, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नागरिक सुरक्षा और सीएटीएस को शामिल करते हुए, एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए बम निरोधक दस्ते की जांच, अग्नि सुरक्षा अभ्यास और सीबीआरएन संचालन सहित व्यापक मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक आयोजित की गई हैं। इन सावधानीपूर्वक तैयारियों के साथ हम इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
अतिरिक्त डीसीपी (दक्षिण पश्चिम जिला) सुमित झा ने बताया कि विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए मुख्य स्थल और त्यागराज स्टेडियम तथा राष्ट्रमंडल खेल गांव में दो प्रशिक्षण स्थलों पर 1000 से अधिक दिल्ली पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे।
दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त डीसीपी (दक्षिण पश्चिम जिला) झा ने कहा, “इस चैंपियनशिप के लिए 1,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। हवाई अड्डे से लेकर होटलों, अस्पतालों और यहां तक कि खिलाड़ियों की परिवहन योजनाओं में भी पुलिस अधिकारी तैनात हैं, ताकि उनकी सुरक्षा और सुगम आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा सके। इस आयोजन के लिए दिल्ली पुलिस को भी शिफ्टों में तैनात किया गया है। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और त्यागराज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 27 सितंबर से 5 अक्टूबर तक पूरे आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्था की गई है।”
इसके अलावा भारतीय पैरालंपिक समिति ने दिल्ली पुलिस और स्वयंसेवकों दोनों के लिए एक विशेष रूप से सक्षम संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया ताकि उन्हें क्या करें और क्या न करें, पैरा-अनुकूल अभ्यास और एथलीट शिष्टाचार के बारे में जानकारी दी जा सके।
चैंपियनशिप के दौरान पैरा-एथलीटों और दर्शकों के लिए एक स्वागतयोग्य, समावेशी और सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए 300 से ज्यादा स्वयंसेवकों को संवेदनशील बनाया गया। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को भी एथलीटों और आगंतुकों के लिए बाधा-मुक्त पहुंच और सुगम सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जानकारी दी गई।
स्वयं के परियोजना प्रमुख भूपिंदर सिंह ने इस पहल के बारे में बात करते हुए कहा, ” 300 से अधिक स्वयंसेवकों को बाधा-मुक्त और एथलीट-अनुकूल वातावरण बनाने के लिए जागरूक किया गया। यह पहल चैंपियनशिप के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने और पैरा-एथलीटों और आगंतुकों, दोनों के लिए अनुभव को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
–आईएएनएस
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