मदुरै, 23 सितंबर (आईएएनएस)। रैगिंग के एक चौंकाने वाले मामले में, मदुरै जिले के उसीलमपट्टी के पास चैक्कानूरानी में एक सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के 14 साल के छात्र को उसके तीन छात्रावास साथियों ने नग्न करके क्रूरता से पीटा।
यह मारपीट की घटना 18 सितम्बर को हुई थी, जिसे एक दूसरे छात्र ने वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया था। यह मामला तब सामने आया जब 23 सितम्बर को वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे लोगों में भारी गुस्सा फैल गया।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित छात्र थेनी जिले के वरुसनाडु का रहने वाला है। वह आईटीआई के पहले वर्ष में पढ़ रहा है। आठवीं कक्षा पास करने के बाद उसने आईटीआई में दाखिला लिया था और वह कल्लर रिक्लेमेशन विभाग द्वारा चलाए जा रहे छात्रावास में रह रहा था। 15 और 17 वर्ष की आयु के आरोपी भी प्रथम वर्ष के छात्र थे।
पीड़िता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने तमिलनाडु रैगिंग विरोधी अधिनियम, 1997 के तहत केस दर्ज किया है। इसके अलावा, आरोपियों पर मारपीट और धमकी देने के आरोप भी लगाए गए हैं। किशोरों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
मदुरै के पुलिस अधीक्षक बी.के. अरविंद ने साफ कहा कि यह हमला रैगिंग का मामला था, न कि जाति से जुड़ा कोई विवाद।
इस ताज़ा मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है, क्योंकि बार-बार कार्रवाई और कड़े कानूनों के बावजूद तमिलनाडु के शिक्षण संस्थानों में रैगिंग की समस्या अब भी बनी हुई है।
हाल ही में मदुरै मेडिकल कॉलेज सुर्खियों में आया था, जब 2023 की शुरुआत में दूसरे साल के एमबीबीएस छात्रों को हॉस्टल में नए छात्रों को कथित तौर पर रैगिंग करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। जांच समिति ने शारीरिक और मौखिक उत्पीड़न के सबूत पाए, जिसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों और छात्र संगठनों ने इसकी कड़ी आलोचना की।
2020 में, विल्लुपुरम जिले में एक पॉलिटेक्निक छात्र को हॉस्टल के साथियों द्वारा अपमानजनक कार्य करने के लिए मजबूर करने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इससे पहले, 2013 में सलेम के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले वर्ष के छात्र को उसके वरिष्ठ छात्रों ने निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा था, जिसे लेकर काफी आलोचना हुई थी।
–आईएएनएस
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