नई दिल्ली, 23 सितंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए। इस दौरान चार दशक से अधिक समय तक सिनेमा में काम करने वाले मलयालम अभिनेता मोहनलाल को ‘दादासाहब फाल्के’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने उन्हें बधाई दी और उनकी तारीफ करते हुए कहा कि मोहनलाल की इमेज ‘द कंप्लीट एक्टर’ की है।
मोहनलाल को प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने न केवल अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, बल्कि अपने भारत के सांस्कृतिक मूल्यों को भी अक्षुण्ण रखने में बड़ा योगदान दिया है।
राष्ट्रपति ने उन्हें हार्दिक बधाई दी और रंगमंच से लेकर सिनेमा तक के उनके असाधारण सफर की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से महाभारत पर आधारित संस्कृत एकांकी ‘कर्णभरम’ और ‘वानप्रस्थम’ में उनके पुरस्कार को हासिल करने वाले अभिनय का उल्लेख किया, जो भारतीय सांस्कृतिक विरासत के उनके उत्कृष्ट चित्रण को दर्शाते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनका नाम गहरा सम्मान अर्जित करता है, और उन्होंने अपनी कला के माध्यम से विभिन्न पीढ़ियों के दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा, “मोहनलाल को दादासाहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं उन्हें हार्दिक बधाई देती हूं। उन्होंने कोमल से कोमलतम और कठोर से कठोरतम भावों को सहजता से प्रस्तुत किया है और उनकी छवि ‘द कंप्लीट एक्टर’ की बनी है।”
पद्म भूषण, पद्म श्री और पांच राष्ट्रीय पुरस्कारों से पहले ही सम्मानित मोहनलाल ने ‘दादासाहब फाल्के’ पुरस्कार मिलने के बाद उन सभी के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने सिनेमा में उनके सफ़र को आकार दिया। उन्होंने कहा, “उन्होंने जिस भी फिल्म में काम किया, उसने उन्हें गहराई से छुआ और उन्हें एक माध्यम के रूप में सिनेमा की शक्ति की याद दिलाई।”
इस सम्मान को ‘चमत्कारिक और पवित्र’ बताते हुए, उन्होंने इस पुरस्कार को मलयालम फिल्म उद्योग के दिग्गज कलाकारों को समर्पित किया और इस बात पर जोर दिया कि यह पूरे फिल्म समुदाय का है। उन्होंने कहा कि सिनेमा उनकी आत्मा की धड़कन है और इस सम्मान ने इस कला को अधिक गहराई और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाने के उनके संकल्प को और मजबूत किया है।
बता दें कि वर्ष 2023 के 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की गई, जिसमें फीचर फिल्म श्रेणी में 332, गैर-फीचर फिल्मों में 115, 27 पुस्तकें और 16 समीक्षकों की प्रस्तुतियां शामिल थीं।
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में ‘द 12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर, ‘फ्लावरिंग मैन’ को सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला, जबकि ‘गॉड वल्चर’ और ‘ह्यूमन’ को सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र का पुरस्कार मिला। दोनों फिल्मों ने अपना पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। शाहरुख खान (जवान) और विक्रांत मैसी (द 12वीं फेल) को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। शाहरुख खान के करियर का यह पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार है।
रानी मुखर्जी को ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ में उनके दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। यह उनका पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी है। वरिष्ठ अभिनेता विजयराघवन और मुथुपेट्टई सोमू भास्कर को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला।
–आईएएनएस
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