नई दिल्ली, 24 सितंबर (आईएएनएस)। भारत के बी30 शहरों का कुल म्यूचुअल फंड एसेट्स में योगदान अगस्त में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 14.14 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह जानकारी बुधवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
हालांकि, जुलाई के मुकाबले इसमें 0.4 प्रतिशत की मामूली कमी दर्ज की गई है।
बी30 उन शहरों को कहा जाता है, जिनका नंबर शीर्ष 30 शहरों के बाद आता है।
बी30 शहरों के अलावा टी30 (टॉप 30) शहरों के कुल म्यूचुअल फंड एसेट्स में भी अगस्त में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।
आईसीआरए एनालिटिक्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि बी30 स्थानों का झुकाव इक्विटी एसेट्स की ओर है, क्योंकि इन स्थानों की लगभग 76.49 प्रतिशत एसेट्स इक्विटी योजनाओं में और 9.19 प्रतिशत बैलेंस योजनाओं में हैं।
वहीं, बी30 शहरों की लगभग 11.81 प्रतिशत एसेट्स डेट योजनाओं में हैं, जबकि यह आंकड़ा टी30 शहरों में 31.41 प्रतिशत है।
अगस्त 2025 में, व्यक्तिगत निवेशकों के पास बी30 शहरों की 27.44 प्रतिशत एसेट्स थीं, जबकि संस्थागत संपत्तियों में बी30 शहरों की हिस्सेदारी 4.79 प्रतिशत थी।
रिपोर्ट के अनुसार, संस्थागत संपत्तियां टी30 शहरों पर केंद्रित हैं, जहां इन शहरों की हिस्सेदारी 95.21 प्रतिशत है।
पिछले वर्ष इसी महीने (अगस्त 2024) में, बी30 शहरों के व्यक्तिगत निवेशकों के पास 26.87 प्रतिशत एसेट्स थीं और संस्थागत संपतियों में हिस्सेदारी 5.13 प्रतिशत थी।
इस साल अगस्त तक, लगभग 27.14 प्रतिशत खुदरा निवेशकों ने प्रत्यक्ष निवेश का विकल्प चुना, जबकि 65.50 प्रतिशत खुदरा निवेशक गैर-सहयोगी वितरकों के माध्यम से आए।
हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (एचएनआई) की लगभग 28.75 प्रतिशत एसेट्स प्रत्यक्ष रूप से निवेशित थीं। इसके अतिरिक्त, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की 47.92 प्रतिशत संपत्तियां प्रत्यक्ष रूप से निवेशित थीं और 45.75 प्रतिशत गैर-सहयोगी वितरकों से आईं।
–आईएएनएस
एबीएस/