पटना. बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई। इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस के करीब सभी प्रमुख नेता पटना पहुंचे। इस बीच, भाजपा इस बैठक को महागठबंधन में प्रेशर पॉलिटिक्स के रूप में देख रही है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक अपने गठबंधन में प्रेशर पॉलिटिक्स और चुनावी लाभ उठाने का खेल है। बिहार की जनता इनके चेहरे को पहले से जानती है।
उन्होंने कहा कि यह गठबंधन स्वार्थ का गठबंधन है, यह अब समझने की जरूरत है। ये लोग कुछ भी नाटक, नौटंकी कर लें, लेकिन बिहार की जनता इन्हें अवसर देने वाली नहीं है।
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने आगे कहा कि कई दशक तक बिहार की सत्ता में कांग्रेस रही, राजद के साथ भी सत्ता में रहकर इन लोगों ने बिहार को बदनाम करने का काम किया है और यहां के लोगों को पलायन के लिए विवश किया तथा बिहार को बर्बाद किया। अब चुनाव के समय बिहार में बैठक आयोजित कर बिहार के सम्मान और सान्निध्य की नौटंकी कर रहे हैं।
विजय सिन्हा ने कहा कि यह जमात बिहार की हितैषी नहीं है। ये लोग हमेशा बिहार को बर्बाद और बदनाम करने वाले लोग हैं। जो बिहार के लिए अपशब्द कहता है, उसे ये सम्मानित करने वाले लोग हैं।
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक पर कहा कि चुनाव बिहार में हैं, इसलिए उन्हें बिहार में बैठक करने की याद आई है। वैसे इसकी सबसे ज्यादा चिंता उनके ही गठबंधन के दलों को है कि आखिर यह बैठक यहां क्यों हो रही है? इसका क्या मतलब है?
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह बैठक गठबंधन में प्रमुखता दिखाने का प्रयास है। वैसे भाजपा को इन बैठकों से कोई मतलब नहीं है, भाजपा अपना काम कर रही है।