नई दिल्ली, 25 सितंबर (आईएएनएस)। पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ के बयान पंजाबी कभी भी राष्ट्रभक्ति से पीछे नहीं हटते पर पंजाब की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजिंद्र कौर भट्टल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की देशभक्ति का इतिहास गवाह है और इसमें कोई दो राय नहीं है। स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के विभिन्न आंदोलनों में अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी जमीन और संपत्ति तक देश के लिए कुर्बान कर दी।
इसके अलावा, कुका आंदोलन और संत बघेल सिंह जैसे उदाहरणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक नौ साल के बच्चे ने भी देश के लिए तोप के सामने खड़े होकर कुर्बानी देने की बात कही थी। ऐसी मिसालें विश्व में कहीं और नहीं मिलतीं। पंजाब ने हमेशा देश की जरूरतों को पूरा किया है, चाहे वह अनाज की आपूर्ति हो या अन्य योगदान देने की बात हो। मैं केंद्र सरकार से ऐसी नीतियां बनाने की अपील करती हूं जो पंजाब की इस भावना को और मजबूत करें।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर दिलजीत दोसांझ की टिप्पणी पर भट्टल ने कहा कि यह उनकी निजी राय हो सकती है। हर व्यक्ति को अपनी राय रखने का हक है। क्रिकेट मैच होना चाहिए, नहीं होना चाहिए, क्यों नहीं होना चाहिए, और कैसे होना चाहिए, इस बारे में वही विस्तार से बताएंगे। मैं पंजाब के लोगों और देश की आजादी के बारे में उसके योगदान के बारे में बात करना चाहती हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वदेशी को बढ़ावा देने की अपील पर राजिंद्र कौर भट्टल ने तंज कसा।
उन्होंने कहा कि स्वदेशी की बात करने वाले कई बार विदेशी हितों को बढ़ावा देते हैं। पंजाब के किसानों को गुजरात में कानूनी रूप से ली गई जमीन से बेदखल क्यों किया गया? यह सरकार विदेशी कंपनियों को फायदा पहुंचाने में व्यस्त है, जबकि देश के अपने लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज किया जा रहा है। स्वदेशी को केवल भाषणों में नहीं, बल्कि व्यवहार में लागू करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि जब भारत को जरूरत पड़ी, तब कोई विदेशी देश साथ नहीं खड़ा हुआ। इसलिए, हमें अपने देश और अपने लोगों को प्राथमिकता देनी चाहिए। मैं सरकार से अपील करती हूं कि वह ऐसी नीतियां बनाए जो देश की एकता और स्वदेशी भावना को मजबूत करें।
–आईएएनएस
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