कानपुर, 28 सितंबर (आईएएनएस)। बरेली में हुई हिंसा के तर्ज पर कानपुर में भी नमाज के बाद माहौल बिगाड़ने की साजिश की गई थी। यह जानकारी कानपुर संयुक्त पुलिस आयुक्त आशुतोष कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि कानपुर में बवाल की कोशिश की गई थी, जिसे नाकाम कर दिया गया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त आशुतोष कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “रेल बाजार थाने के अंतर्गत आने वाले सुजातगंज चौकी पर जुबैर अहमद खान के बारे में जानकारी मिली। उसके उकसाने पर लगभग 20-25 युवक एकत्रित हुए और जिले में बीएनएसएस की धारा 163 लागू होने के बावजूद शांति भंग करने की कोशिश की।”
सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया और मामले की जांच कराने पर इसे सही पाया गया। सुजातगंज की अजमेरी मस्जिद के पास दंगा भड़कने की साजिश थी। मुख्य आरोपी जुबेर अहमद उर्फ जुबेर गाजी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि एकत्रित लोगों की भी पहचान की जा रही है। इस घटना में जितने भी लोग शामिल हों, उनकी तलाश के लिए पुलिस टीम बनाकर छापेमारी की जा रही है। लोगों से जिले में शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
उन्होंने बताया कि मस्जिद के बाहर भड़काऊ ऑडियो सुनाकर लोगों को उत्तेजित करने का प्रयास किया गया, जिससे वहां मौजूद लोगों में गुस्सा और अफरा-तफरी फैल गई, लेकिन पुलिस ने समय रहते स्थिति पर काबू पा लिया।
बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ के बैनर और नारों को लेकर तनावपूर्ण हो गया था। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर ‘आई लव मोहम्मद’ और ‘नारा-ए-तकदीर’ जैसे नारे लगाए और बैनर लहराए थे।
स्थिति अनियंत्रित होने पर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे। हंगामे के बाद पुलिस ने 10 एफआईआर दर्ज की थी और मामले में 39 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था। बरेली पुलिस ने इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को भी गिरफ्तार किया है।
–आईएएनएस
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