लखनऊ, 30 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने मंगलवार को बरेली हिंसा में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के कदम को असंवैधानिक करार दिया। साथ ही, यह भी कहा कि ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान में कुछ भी गलत नहीं है।
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि जो लोग इसकी आड़ में नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ निश्चित तौर पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उनके खिलाफ कार्रवाई होने में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि जिस तरह से मौजूदा समय में हिंदू-मुस्लिमों के बीच नफरत को बढ़ावा देने के मकसद से हर बार बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है, उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बुलडोजर की कार्रवाई को हवा देने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार पर एशिया कप की आड़ में व्यापार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने व्यापारिक हितों को साधने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच मैच की पटकथा रची, ताकि ये लोग अपने राजनीतिक हित को साध सकें।
गौर करने वाली बात है कि तीन-तीन मैच भारत का पाकिस्तान के साथ आयोजित कराया गया है। यह महज कोई इत्तेफाक नहीं हो सकता है। जरूर इसके पीछे कोई न कोई राजनीतिक साजिश जरूर छुपी है, जिससे पूरे देश के लोग वाकिफ हैं, लेकिन मैं समझता हूं कि ज्यादा दिनों तक सरकार की यह साजिश सफल होने वाली नहीं है।
कांग्रेस नेता ने एशिया कप के फाइनल में टीम इंडिया की जीत के बाद पीएम मोदी के एक्स पोस्ट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने पोस्ट के जरिए सेना की शौर्यता को खेल और खिलाड़ियों से जोड़ दिया, जिसे मौजूदा समय में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। खेल और इससे जुड़ी सामाग्रियां सेना के शौर्य के सामने कुछ भी नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से आपने इन दोनों को आपस में मिलाने का काम किया है, उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने तमिलनाडु के करूर में मची भगदड़ को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि अब इस भगदड़ को लेकर पार्टी अपने लिए राजनीतिक संभावनाओं के मार्ग प्रशस्त करेगी, जो मैं समझता हूं कि बिल्कुल भी ठीक नहीं है। इस तरह के संवेदनशील विषयों को लेकर किसी भी प्रकार की राजनीति स्वीकार नहीं की जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि करूर भगदड़ टीवीके की ओर से दिशानिर्देश का पालन नहीं किए जाने का परिणाम है। अगर इस पार्टी ने प्रशासन के दिशानिर्देशों को गंभीरता से लिया होता तो आज इस तरह की स्थिति पैदा नहीं होती। भाजपा इस मामले में अपने लिए राजनीतिक संभावनाओं को तलाश रही है। मैं कहना चाहता हूं कि आप कर सकते हैं जो करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस अच्छा काम कर रही है। हम मांग करते हैं कि इस भगदड़ के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
करूर भगदड़ मामले में संलिप्त टीवीके पार्टी के नेता की गिरफ्तारी को कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने उचित करार दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि निश्चित तौर पर अगर कोई इस भगदड़ की घटना में संलिप्त है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि उसके घर पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं होगी।
भाजपा की ओर से राहुल गांधी के विदेश दौरे पर सवाल उठाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर हमारे पार्टी के नेता विभिन्न लोगों से संवाद स्थापित कर रहे हैं, तो भाजपा के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? हमने तो कभी भाजपा से इस बारे में सवाल नहीं किया कि आखिर उनकी पार्टी के नेता प्रधानमंत्री मोदी या केंद्रीय मंत्री अमित शाह क्यों किसी विदेश दौरे पर जा रहे हैं? तो जब हमारी पार्टी के नेता विदेश दौरे पर जा रहे हैं तो भाजपा खेमे में क्यों खलबली मची हुई है?
नक्सलवाद पर डी राजा की ओर से सवाल उठाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि यह देश संविधान से ही चलेगा, नक्सलवाद से नहीं। जो हिंसा का रास्ता अपनाएगा, निश्चित तौर पर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मैं समझता हूं कि किसी को भी इस पर सवाल उठाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने गिरते ग्राफ को लेकर लगातार चिंतन-मंथन कर रही है। हम इस बात को लेकर विवेचना कर रहे हैं कि आखिर हमारी पार्टी की मौजूदा स्थिति दुरूह क्यों हो रही है। इसी को देखते हुए हमने कई फेरबदल किए हैं। कई पदों पर बदलाव किए हैं।
आजम खान ने दावा किया कि मुख्तार अंसारी को जेल में जहर दिया गया था, जिसको देखते हुए मैं व्यक्तिगत स्तर पर सतर्क हो चुका था। इस पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। निश्चित तौर पर जिस तरह से मुख्तार अंसारी की जेल में मौत हुई थी, उसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। अपराधियों की सजा कानून के मुताबिक दी जाती है, लेकिन जब से भाजपा की सरकार आई है, तब से इसी तरह की स्थिति पैदा हो रही है। मुन्ना बजरंगी को जेल में गोली मार दी गई। अतीक अशरफ को बाहर गोली मार दी गई। अपराधियों को कानून के मुताबिक सजा दी जानी चाहिए।
वहीं, लेह हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि सोनम वांगचुक के बारे में ये लोग कह रहे हैं कि वह पाकिस्तान गए थे। मैं कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान भेजने वाली भी तो मोदी सरकार ही थी। लेकिन अब आप लोग उसके पाकिस्तान जाने को लेकर सवाल उठा रहे हैं। आज जब लोगों ने आपसे अपना हक मांग लिया तो आप उनके दुश्मन हो गए। केंद्र सरकार का यह दोहरा रवैया बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
–आईएएनस
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