ढाका, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने आरोप लगाया है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने देश में कट्टरवाद को बढ़ावा दिया है, जिससे धार्मिक उत्पीड़न फिर से सक्रिय हो गया है।
उन्होंने कहा कि इस साल हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय अपनी दुर्गा पूजा डर और असुरक्षा की भावना के बीच मना रहे हैं। सजीब वाजेद पूर्व में प्रधानमंत्री के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सलाहकार रह चुके हैं।
उन्होंने कहा, “दुर्गा पूजा भक्ति और उत्सव का समय है, यह त्योहार अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। लेकिन इस वर्ष, हमारे हिंदू भाई-बहन बांग्लादेश में पूजा को भय और अनिश्चितता के माहौल में मना रहे हैं। यूनुस सरकार के तहत कट्टरपंथियों का उदय धार्मिक उत्पीड़न की पुरानी छाया को वापस ला रहा है।”
पूर्व सलाहकार ने यह भी बताया कि इस दौरान मंदिरों पर हमले हुए, परिवारों को धमकाया गया और स्वतंत्र रूप से पूजा करने का अधिकार एक बार फिर खतरे में है।
वाजेद ने कहा कि वही कट्टरपंथी, जिन्होंने कभी बांग्लादेश की आज़ादी का विरोध किया था, अब और अधिक साहसिक हो गए हैं और 1971 के स्वतंत्रता संग्राम की भावना बनाए रखने वालों में आतंक फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आवामी लीग हमेशा से बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की रक्षा करने वाली पार्टी रही है। पार्टी ने 1971 में नष्ट हुए मंदिरों को पुनर्निर्मित किया, हिंदुओं, बौद्धों और ईसाइयों को उनकी आस्था के अनुसार पूजा करने का अधिकार दिलाया और सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए कड़े उपाय लागू किए।
वाजेद ने कहा, “धर्मनिरपेक्षता और समानता हमारी राजनीति का मूल सिद्धांत रहे हैं, क्योंकि बांग्लादेश एकता के दृष्टिकोण से पैदा हुआ था, विभाजन से नहीं। आज जब हमारे हिंदू भाई-बहन मां दुर्गा की पूजा कर दीप जलाते हैं, तो हम इस डर के माहौल को नजरअंदाज नहीं कर सकते। लेकिन हमें यह भी पता है कि यह अंधकार स्थायी नहीं है।”
सजीब वाजेद ने आश्वस्त किया कि आवामी लीग एक बार फिर सत्ता में लौटेगी और “हर हिंदू, हर अल्पसंख्यक अपने धर्म को बिना डर के मना सकेगा और इस देश में पूरी गरिमा और स्वतंत्रता के साथ जीवन यापन करेगा।”
–आईएएनएस
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