पटना, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार शाम हल्की बारिश के बीच बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व विजयादशमी के मौके पर रावण दहन किया गया।
रावणवध समारोह कार्यक्रम में रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए। गांधी मैदान में 80 फीट का रावण का पुतला, जबकि 75 फीट का मेघनाद और 70 फीट का कुंभकर्ण का पुतला तैयार किया गया था। इस मौके पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा सहित कई मंत्री और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने भगवान राम और लक्ष्मण के स्वरूप को तिलक लगाकर उनकी आरती की। इसके बाद बारी-बारी से बुराई के प्रतीक कुंभकर्ण, मेघनाद एवं रावण का पुतला दहन किया गया। इसके बाद जमकर आतिशबाजी हुई। श्री श्री दशहरा कमिटी ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस रावण दहन कार्यक्रम में सबसे पहले आयोजकों द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत किया गया।
इस दौरान गांधी मैदान और आसपास के इलाकों में बारिश होती रही, लेकिन लोगों में उत्साह कम नहीं हुआ। रावण दहन कार्यक्रम के दौरान पूरा गांधी मैदान जय श्रीराम से गूंजता रहा। इससे पहले बारिश के कारण रावण के पुतले को मामूली क्षति पहुंची थी, लेकिन फिर दुरुस्त कर लिया गया।
इस कार्यक्रम को लेकर गांधी मैदान में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए कुल 49 स्थानों पर 103 दंडाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई। इसके अलावा 128 सीसीटीवी लगाए गए थे और 10 वॉच टावर का निर्माण करवाया गया। अस्थायी कंट्रोल रूम और अस्थायी थाने से सभी गतिविधियों पर नजर रखी गई। इसके अलावा पटना की यातायात व्यवस्था में भी परिवर्तन किया गया। बिहार में पटना के अलावा गया, मुजफ्फरपुर, छपरा सहित अन्य जिलों में भी विजयादशमी के दौरान रावण का पुतला दहन किया गया।
–आईएएनएस
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