नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी अगले सप्ताह नई दिल्ली का दौरा करेंगे, जिससे भारत-तालिबान संबंधों को मजबूती मिलने की संभावना है।
आईएएनएस ने पहले बताया था कि विदेश मंत्री मुत्ताकी अगस्त के आखिरी हफ्ते में नई दिल्ली आ सकते हैं, लेकिन उस समय उन्हें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से यात्रा प्रतिबंध में छूट नहीं मिल पाई थी।
सूत्रों ने पुष्टि की है कि तालिबान सरकार के वरिष्ठ मंत्री 9-10 अक्टूबर को नई दिल्ली में होंगे।
2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद, दिल्ली और काबुल अपने द्विपक्षीय संबंधों में एक नए बदलाव का सामना कर रहे हैं। दोनों देशों ने अपने राजनयिक संबंधों को बढ़ाया है और ऐसे समय में जब काबुल और इस्लामाबाद कठिन दौर से गुजर रहे हैं, उनकी नई दिल्ली यात्रा को एक बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है।
वर्तमान में, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच डूरंड रेखा पर संघर्ष भी देखा जा रहा है। इस्लामाबाद ने काबुल पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कैडर को संरक्षण देने का आरोप लगाया है और हाल ही में सीमा पार हवाई हमले भी किए हैं, जिसकी तालिबान नेतृत्व ने कड़ी आलोचना की है।
पिछले कुछ महीनों में, तालिबान के कई प्रमुख अधिकारी नई दिल्ली का दौरा कर चुके हैं, जिनमें अफगानिस्तान के चिकित्सा एवं खाद्य उप मंत्री हमदुल्ला जाहिद भी शामिल हैं। वह पिछले महीने फार्मास्यूटिकल्स एवं स्वास्थ्य सेवा पर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के 11वें संस्करण के लिए भारतीय राजधानी में थे।
भारत ने अब तक तालिबान शासन को औपचारिक मान्यता देने से परहेज किया है। हालांकि, काबुल में दूतावास को फिर से खोलने से लेकर भूकंप के बाद मानवीय सहायता भेजने तक, नई दिल्ली तालिबान शासन के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है।
इसके अलावा, भारत ने मुंबई और हैदराबाद में अफगानिस्तान के वाणिज्य दूतावास तालिबान राजनयिकों को सौंप दिए हैं।
–आईएएनएस
मोहित/एबीएम