चिचोली. नगर मुख्यालय की प्रसिद्धश्रद्धानंद आर्य समाज में शुक्रवार को आर्य समाज का 117 वा वेद प्रचार महोत्सव का आयोजन यज्ञ हवन और झंडा वंदन के साथ प्रारंभ हुआ श्रद्धानंद आर्य समाज के 117 वेद प्रचार महोत्सव में वैदिक विद्वान स्वामी सच्चिदानंद ने बताया कि दुनिया में आर्य समाज वेद आधारित मंच है आर्य समाज का मूल उद्देश्य वेदों का प्रचार करना और वेदों को समझना.
आर्य समाज के प्रधान रोहित आर्य एवं मंत्री क्रांति आर्य ने बताया कि, युग प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती ने सत्य सनातन वैदिक धर्म के पुनरुद्धार एवं संसार के परोपकार्थ के लिए आर्य समाज की स्थापना 150 वर्ष पूर्व विक्रम संवत 1932 के चैत्र मास में नव संवत्सर के दिन 7 अप्रैल 1875 को की थी। आर्य समाज एक अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक आंदोलन है।
इसी कार्य को अनवरत जारी रखते हुए आर्य समाज मंदिर चिचोली अपना 117 वां वार्षिकोत्सव दिनांक 03 अक्टूबर 2025 दिन शुक्रवार से 06 अक्टूबर 2025 दिन सोमवार तक मना रहा है। इस अवसर पर आर्य जगत के प्रसिद्ध विद्वानों के अमृतमय प्रवचनों एवं भजनों का लाभ आप सभी श्रोताओ को प्राप्त होगा।
इस आयोजन मे कु. माद्री जी आर्य भजनोपदेशिका फररूखाबाद (उ.प्र.) स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज अंर्तराष्ट्रीय क्रांतिकारी निर्भिक सन्यासी वैदिक प्रवक्ता (राजस्थान) भीषम जी आर्य भजनांपदेशक बिजनौर (उ.प्र.) द्वारा कार्यक्रम संपन्न कराया जाएगा ।
दिनांक 03.10.2025 शुक्रवार से 06.10.2025 सोमवार तक यज्ञ – प्रातः 8:30 से 9:30 बजे तक
प्रवचन एवं भजन – प्रातः 9:30 से 12:30 बजे तक.
प्रवचन एवं भजन – सायं 7:30 से 10:30 बजे तक.
आर्य वीर प्रतिभा सम्मान समारोह दिनांक 05.10.2025 रविवार रात्रि 9 बजे से शरद पूर्णिमा के अवसर पर औषधि युक्त दुग्ध प्रसादी दि. 06.10.2025 सोमवार रात्रि मे समापन अवसर पर किया जायेगा! श्रद्धानंद आर्य समाज द्वारा सभी से इस आयोजन मे शामिल होने की अपील की गई है.