पटना, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को पटना स्थित अपने आवास पर जनता दल (यूनाइटेड) कार्यकर्ताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई।
इस बैठक में लगभग 400 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
बैठक के दौरान, सीएम नीतीश ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन पर जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं से प्रतिक्रिया मांगी और इस बात पर जोर दिया कि एनडीए की पहल लोगों तक प्रभावी ढंग से पहुंचे, यह सुनिश्चित करना सभी पार्टी सदस्यों की सामूहिक जिम्मेदारी है।
दिलचस्प बात यह है कि बैठक में पार्टी के कुछ नेताओं ने मुख्यमंत्री के बेटे निशांत कुमार को सक्रिय राजनीति में शामिल करने की अपील की।
नालंदा जिला अध्यक्ष अजीत चंद्रवंशी और जिला उपाध्यक्ष भरत शर्मा ने नीतीश कुमार से निशांत को राजनीतिक जीवन में प्रवेश के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। उन्होंने दावा किया कि उनकी भागीदारी से पार्टी कैडर में ऊर्जा आएगी।
सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह इस मामले पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि नालंदा में कार्यकर्ता पहले ही निशांत कुमार को भविष्य के चुनावों के लिए उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित करने पर आम सहमति बना चुके हैं।
लगभग तीन घंटे तक चली बैठक में नीतीश कुमार ने प्रत्येक कार्यकर्ता से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में राजनीतिक स्थिति और जनता की प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी ली।
बैठक में राज्यसभा सांसद संजय झा, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और विधान पार्षद संजय गांधी भी मौजूद रहे।
बिहार की राजनीति में एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीतिक पदार्पण की अटकलें तेज हो गई हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि निशांत कुमार के पदार्पण की चर्चा वर्षों से चल रही है। हालांकि, नीतीश कुमार इस मामले पर लगातार चुप्पी साधे हुए हैं।
करीब 400 कार्यकर्ताओं की एक हाई-प्रोफाइल बैठक में हुई इस नई मांग ने एक बार फिर इस मुद्दे को बिहार की राजनीति के केंद्र में ला दिया है।
निशांत कुमार ने समय-समय पर सार्वजनिक बयान दिए और लोगों से आगामी चुनाव में अपने पिता का समर्थन करने का आग्रह किया।
–आईएएनएस
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