चेन्नई, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की प्रवक्ता निर्मला पेरियासामी ने तमिलनाडु की सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि डीएमके को एआईएडीएमके और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन का डर सता रहा है।
निर्मला ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर डीएमके की घबराहट साफ झलक रही है और इसी वजह से मुख्यमंत्री बार-बार एआईएडीएमके के प्रति अपनी दुश्मनी जाहिर कर रहे हैं। डीएमके और उनकी सरकार नहीं चाहती कि एआईएडीएमके का भाजपा के साथ कोई रिश्ता हो। उन्हें इस गठबंधन का डर है, क्योंकि यह तमिलनाडु की जनता के बीच एक मजबूत विकल्प बन सकता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि डीएमके की यह रणनीति केवल राजनीतिक लाभ के लिए है और मुख्यमंत्री अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए एआईएडीएमके पर हमला कर रहे हैं।
उन्होंने डीएमके सरकार के प्रदर्शन पर भी सवाल उठाए और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की कार्यशैली की तुलना उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि से की।
निर्मला ने तंज कसते हुए कहा, “यह स्टालिन की पुरानी शैली है, जो उनके पिता के जमाने से चली आ रही है। डीएमके ने अपने चुनावी घोषणापत्र में 521 वादे किए थे, लेकिन 21 भी पूरे नहीं हुए। फिर भी मुख्यमंत्री ऐसे बोल रहे हैं जैसे उन्होंने 90 प्रतिशत वादे पूरे कर दिए हों।”
एआईएडीएमके प्रवक्ता ने डीएमके सरकार पर जनता के मुद्दों को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बेरोजगारी, महंगाई और बुनियादी ढांचे की कमी जैसे मुद्दों पर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इसके बजाय, डीएमके केवल विपक्षी दलों पर कीचड़ उछालने में व्यस्त है।
उन्होंने दावा किया कि एआईएडीएमके जनता के हितों के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है और आगामी चुनावों में जनता डीएमके को सबक सिखाएगी। एआईएडीएमके और भाजपा के बीच गठबंधन की संभावना पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन डीएमके का डर दर्शाता है कि वे इस संभावना को गंभीरता से ले रहे हैं। हमारी पार्टी तमिलनाडु की जनता के लिए एक मजबूत और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
–आईएएनएस
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