जबलपुर. रजिस्ट्री ऑफिस की आंखों में धूल झौंककर टैक्स चोरी करने वालों की इस वक्त शामत आई हुई हैं इनमें से अधिकांश वे हैं, जिन्होंने कॉमर्शियल प्रॉपर्टी को आवासीय बताकर रजिस्ट्री करा ली है या फिर सड़क के प्लॉट की लोकेशन बस्ती के भीतर बता दी है । जांच के बाद रजिस्ट्री ऑफिस ने इन्हें नोटिस जारी करना प्रारंभ कर दिया है।
अब तक दो किश्तों में नोटिस जारी हो चुके हैं और तीसरी किश्त आने वाले सप्ताह में जारी की जाएगी। अफसरों ने जिले भर में 41 लोगों को नोटिस जारी कर राशि जमा करने के लिए आखिरी अवसर दिया है। यदि उन्होंने उन्होंने ये राशि अदा नहीं की तो कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
जिला पंजीयक डॉ. पवन अहिरवाल ने कहा कि लगातार नोटिस जारी कर राशि वसूली जाएगी, जो नोटिस का जवाब नहीं देंगे, उन पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा. जिले में वरिष्ठ पंजीयक एवं अतिरिक्त तहसीलदार द्वारा बड़ी कार्रवाई करते जिले के बकायादारों से आरआरसी प्रकरणों में निहित राजस्व की वसली के लिए 12 बकायादारों के बैंक खाते सीज किए गए है.
इन खातों में कुल लगभग 70 लाख रुपए से अधिक का राजस्व वसूली है। यह कार्रवाई जिले में राजस्व वसूली को सुनिश्चित करने और सरकारी राजस्व को बढ़ाने के लिए की जा रही है। बताया गया है कि बकायादारों की लिस्ट तैयार की जा रही है और अब लगातार कार्रवाई जारी रहेगी.
जानकारी के अनुसारए इन प्रकरणों में वे लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने अपनी सड़क की जमीन को अंदर की जमीन बताकर टैक्स का कम भुगतान किया। कुछ एक मामलों में लोकेशन का हेरफेर करके भी सरकार को राजस्व का चूना लगाया गया है। हालाकि, दावा किया जा रहा है कि सॉफ्टवेयर संपदा – 2 के आगमन के बाद अब इस तरह की खुराफातों से टैक्स चोरी मुम्किन नहीं होगी.
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क्योंकि अब सारा वैरिफिकेशन खुद सॉफ्टवेयर ही करेगा। किसी भी स्तर की गड़बड़ी होने पर उसे मौके पर ही पकड़ा जा सकेगा और ठीक किया जा सकेगा। अब तक यही होता है कि व्यक्ति झूठ बोलकर रजिस्ट्री करा लेता हैए बाद में जांच के बाद जब लंबी प्रक्रिया पूरी होती है,तब वसूली की नौबत आती है.