सिमडेगा, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड के सिमडेगा जिला अंतर्गत कोलेबिरा प्रखंड स्थित प्रसिद्ध बाघचंडी मंदिर में शनिवार की रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की है। रविवार सुबह इसकी खबर फैलते ही लोग आक्रोशित हो उठे। इलाके के सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए और तोड़फोड़ करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। घटना के विरोध में कोलेबिरा बाजार के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं।
इस बीच पुलिस ने इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया है। दावा किया जा रहा है कि इसी ने घटना को अंजाम दिया है। मंदिर के पुजारी पंचम सिंह ने बताया कि सुबह जब वह पूजा के लिए पहुंचे तो मंदिर का मुख्य दरवाजा टूटा हुआ मिला, बाहर लगा त्रिशूल उखाड़कर फेंक दिया गया था और परिसर में लगी लाइटें, गेट व पूजा सामग्री भी क्षतिग्रस्त कर दी गई थी।
उन्होंने कहा कि मुख्य पूजा स्थल से भी छेड़छाड़ की गई है और कई धार्मिक वस्तुएं तोड़ी गई हैं, जिससे लगता है कि मंदिर की पवित्रता भंग करने का प्रयास किया गया है। कोलेबिरा के कांग्रेस विधायक विक्सल कोंगाड़ी, पूर्व विधायक विमला प्रधान और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। हिंदू ब्रिगेड ने इसे जिले का सौहार्द बिगाड़ने की साजिश बताया है।
संगठन ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व जिले के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ दिन पहले इसी इलाके में चर्च पर हमला हुआ और अब मंदिर में तोड़फोड़ की गई, यह गहरी साजिश का संकेत है। भाजपा के प्रदेश अशोक बड़ाइक ने कहा कि यह केवल मंदिर पर नहीं, बल्कि आस्था और संस्कृति पर सीधा प्रहार है।
उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार में न सनातनी सुरक्षित हैं, न मंदिर और न ही सरना स्थल। भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाइक ने कहा कि यह घटना धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का प्रयास है और प्रशासन को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के वरीय अधिकारियों ने मंदिर परिसर पहुंचकर जांच शुरू की। सिमडेगा एसपी एम. अर्शी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने इस मामले में एक युवक को पकड़ा है।
एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में युवक के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की जानकारी मिली है, हालांकि पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
–आईएएनएस
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