पटना, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में एक मतदान केंद्र में 1,200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे। पटना में रविवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में कुल 90 हजार बूथ रहेंगे। इस बार किसी भी बूथ पर 1,200 से ज्यादा वोटरों का नाम नहीं रहेगा। इससे वोटिंग में सहूलियत होगी। आम तौर पर 1,500 या उससे अधिक मतदाता होने पर लंबी लाइन लग जाती थी। अब इसे रोका जा सकता है।
उन्होंने यह भी साफ कहा कि अब हर बूथ पर बिहार चुनाव 2025 से 100 फीसदी वेबकास्टिंग की जाएगी। पहले 60 प्रतिशत मतदान केंद्र से ऐसा किया जा सकता था।
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा करने पहुंची चुनाव आयोग की एक टीम दो दिनों तक राजनीतिक दलों और अधिकारियों के साथ लगातार बैठक की।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस क्रम में बिहार में वोटर पुनरीक्षण के कार्य को पूरा करने वाले 90 हजार से अधिक बीएलओ का आभार जताया और उन्हें सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि बूथ के कमरे के बाहर मोबाइल जमा करना होगा, वोट देने के बाद मोबाइल फिर ले सकते हैं, पिछले साल ही यह व्यवस्था शुरू हुई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव को लोकतंत्र का महापर्व बताते हुए मतदाताओं से अपील की है कि वे छठ पूजा की तरह ही पूरे उत्साह और श्रद्धा से मतदान करें। बिहार में हर मतदाता तक मतदान का संदेश पहुंचाया जा रहा है ताकि मतदान प्रतिशत को और बढ़ाया जा सके।
उन्होंने बताया कि 24 जून 2025 से हमने एसआईआर शुरू किया था और समय से पहले इसे पूरा किया गया है। हमने काफी वर्षों के बाद बूथ लेवल अधिकारियों और कर्मचारियों का भत्ता बढ़ाया।
उन्होंने कहा कि बिहार में इस बार मतगणना भी नए सिस्टम से होगी। ईवीएम की काउंटिंग में अगर कोई भी मिसमैच होगा तो ऐसी सभी वीवीपीएटी की गिनती होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती भी ईवीएम के आखिरी दो राउंड से पहले पूरी करनी अनिवार्य होगी। इसके बाद ही आखिरी दो राउंड के ईवीएम की गिनती होगी।
–आईएएनएस
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