पटना, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में निष्पक्ष चुनाव और विकास के मॉडल को लेकर जनता दल (यूनाइटेड) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।
तेजस्वी यादव के निष्पक्ष चुनाव पर सवाल उठाने वाले बयान पर नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ‘न्याय के साथ विकास’ का मॉडल चल रहा है। तेजस्वी यादव को अपने पिता का कार्यकाल याद करना चाहिए, जब बूथ लूट लिए जाते थे। दलितों और पिछड़ों को वोट देने का अधिकार नहीं मिलता था। बिहार न्याय के साथ विकास के मॉडल पर चल रहा है। मैं तेजस्वी यादव को याद दिलाना चाहता हूं कि उनके पिता के राज में राजनीतिक खून-खराबा होता था। बूथ लूटे जाते थे, दलितों और अति पिछड़ों को वोट देने का अधिकार नहीं दिया जाता था।
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के हालिया ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, “पेट में दर्द हो तो सिरदर्द की दवा नहीं चलती। तेजस्वी को अपने चाचा नीतीश कुमार के स्वास्थ्य की चिंता करने की बजाय अपने पिता के शासनकाल के बारे में सोचना चाहिए, जब बिहार का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्वास्थ्य बिगड़ गया था।”
उधर, दिल्ली में छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं। बिहार और पूर्वांचल के लोगों की बड़ी आबादी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने घाटों की व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिए हैं।
दिल्ली सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए नीरज कुमार ने कहा कि वहां बहुत संख्या में पूर्वांचल और बिहार के लोग रहते हैं, इसलिए वहां उनको सब तरह से सुविधा मिले, यह सरकार को सोचना ही चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि छठ पर्व को हिंदू समाज काफी उत्साह के साथ मनाता है। इस दौरान सूर्य देव की पूजा की जाती है। यह त्योहार देश भर में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मनाया जाता है। दिल्ली में बिहार और पूर्वांचल के लोगों की बड़ी आबादी रहती है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमारी सरकार उनके लिए यात्रा की उचित व्यवस्था करती है। बिहार सरकार विकास, निष्पक्षता और सांस्कृतिक एकता के लिए प्रतिबद्ध है और छठ जैसे त्योहारों के माध्यम से सामाजिक समरसता को बढ़ावा दे रही है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश में भारत के आंतरिक मामलों पर दिए गए बयानों पर भी नीरज कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, “देश के आंतरिक मामलों पर विदेशी धरती पर टिप्पणी करना हमारी परंपरा के खिलाफ है। हमारे देश में दलीय मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं। राहुल गांधी की परवरिश और पढ़ाई विदेश में होने के कारण शायद वे ऐसा करते हैं, लेकिन यह उचित नहीं।”
उन्होंने आगे कहा, “यह पंडित नेहरू, अब्दुल कलाम और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान लोगों का देश है। राहुल गांधी की पार्टी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की उपाधि तक चुराई है। विदेश में देश का अपमान अस्वीकार्य है।”
–आईएएनएस
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