शिर्डी, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में हाल की अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए केंद्र सरकार जल्द ही बड़ी सहायता राशि देने जा रही है। केंद्रीय गृह एवं सहकार मंत्री अमित शाह ने रविवार को यह आश्वासन दिया। शाह ने कहा कि जैसे ही महाराष्ट्र सरकार नुकसान का विस्तृत आकलन केंद्र को भेजेगी, बिना किसी देरी के किसानों के लिए राहत पैकेज जारी किया जाएगा।
अमित शाह की ओर से यह घोषणा पद्मश्री डॉ. विठ्ठलराव विखे पाटिल और पद्मभूषण डॉ. बालासाहेब विखे पाटिल की पूर्णाकृति प्रतिमाओं के अनावरण और पद्मश्री डॉ. विठ्ठलराव विखे पाटिल सहकारी चीनी कारखाने के नवीनीकरण के शुभारंभ के अवसर पर की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, केंद्रीय सहकार राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोळ, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे, जलसंपदा मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे और कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025-26 के लिए कुल 3,132 करोड़ रुपए की सहायता स्वीकृत की है, जिसमें से अप्रैल माह में ही 1,631 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं। इनमें महाराष्ट्र को विशेष रूप से 215 करोड़ रुपए का पैकेज दिया गया है। शाह ने बताया कि सरकार ने किसानों की राहत के लिए ऋण वसूली पर अस्थायी रोक और छात्रों को परीक्षा में रियायत जैसी घोषणाएं भी की हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। केंद्र ने सहकारी चीनी मिलों का 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का आयकर माफ किया है, जिससे हर साल लगभग 100 करोड़ रुपये का कर भार कम हुआ है।
अमित शाह ने सहकार आंदोलन के संस्थापक पद्मश्री डॉ. विठ्ठलराव विखे पाटिल और पद्मभूषण डॉ. बालासाहेब विखे पाटिल के योगदान को नमन करते हुए कहा कि विखे पाटिल, धनंजयराव गाडगील और वैकुंठभाई मेहता ने भारत में सहकार की मजबूत नींव रखी। इनकी वजह से आज किसानों के जीवन में समृद्धि आई है। डॉ. विखे पाटिल ने देश का पहला सहकारी चीनी कारखाना शुरू कर किसानों को आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर किया, वहीं डॉ. बालासाहेब विखे पाटिल ने वित्त राज्यमंत्री के रूप में सहकार बैंकों के पुनर्जीवन के लिए ऐतिहासिक ‘रिवाइवल पैकेज’ दिलाया।
शाह ने आगे कहा कि सहकारी चीनी कारखानों को अब मल्टी-फीड एथेनॉल प्रोजेक्ट्स शुरू करने चाहिए ताकि मक्का और चावल से भी एथेनॉल का उत्पादन हो सके। केंद्र सरकार इसके लिए ऋण सुविधा और प्राथमिकता से एथेनॉल की खरीद सुनिश्चित करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि मोलासिस पर जीएसटी 28 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है और 395 अन्य वस्तुओं पर करों में कटौती की गई है, जिससे किसानों और सहकारी संस्थाओं को राहत मिलेगी।
अमित शाह ने जनता से अपील की कि इस दीपावली देशवासी यह संकल्प लें कि वे कोई विदेशी वस्तु नहीं खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि अगर देश के 140 करोड़ नागरिक और व्यापारी ‘मेक इन इंडिया’ को अपनाएं, तो 2047 से पहले भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अमित शाह ने आगे कहा कि केंद्र सरकार हर संकट में, हर मोड़ पर किसानों के साथ है। हमारी प्राथमिकता है कि कोई किसान असहाय न रहे और भारत का सहकार क्षेत्र विश्व का सबसे सशक्त मॉडल बने।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि डॉ. विठ्ठलराव विखे पाटिल ने महाराष्ट्र में सहकार आंदोलन की नींव रखी, और डॉ. बालासाहेब विखे पाटिल ने जल नियोजन और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए। महाराष्ट्र सहकार की पंढरी है और यहां का किसान इसी भावना से सशक्त हुआ है।
वहीं, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि लोणी-प्रवरानगर से देश को सहकार की विरासत मिली है। अमित शाह के नेतृत्व में सहकार क्षेत्र में पारदर्शिता और नवाचार का युग आया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को हरसंभव मदद देगी।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि अमित शाह के सहकार मंत्री बनने के बाद से इस क्षेत्र को नई ऊर्जा मिली है। सहकार से समृद्धि अब केवल नारा नहीं, बल्कि एक साकार होती अवधारणा है।
–आईएएनएस
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