deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अंतरराष्ट्रीय

बांग्लादेश: पूर्व मंत्री ने अदालत से पूछा, ‘हिरासत में रखा है, बीमार हूं क्या ये साबित करने के लिए मरना पड़ेगा?’

देशबन्धु by देशबन्धु
October 6, 2025
in अंतरराष्ट्रीय
0
बांग्लादेश: पूर्व मंत्री ने अदालत से पूछा, ‘हिरासत में रखा है, बीमार हूं क्या ये साबित करने के लिए मरना पड़ेगा?’
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

ढाका, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की पूर्व विदेश, शिक्षा और समाज कल्याण मंत्री और अवामी लीग पार्टी की संयुक्त सचिव दीपू मोनी ने सोमवार को मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर निशाना साधा और अधिकारियों पर हिरासत में लिए गए विपक्षी नेताओं को चिकित्सा उपचार से वंचित करने का आरोप लगाया।

READ ALSO

मोटेगी को जापान का अगला विदेश मंत्री नियुक्त कर सकती हैं ताकाइची

चीन के युन्नान में बाढ़ को लेकर अलर्ट, इमरजेंसी सेवा एक्टिव

ढाका के मुख्य महानगर दंडाधिकारी की अदालत में रिमांड सुनवाई के दौरान, मोनी ने अपने पूर्व कैबिनेट सहयोगी नूरुल मजीद महमूद हुमायूं की हाल ही में हुई मौत का जिक्र किया। ढाका मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (डीएमसीएच) में उनकी मृत्यु से ठीक पहले उन्हें भी हिरासत में लिया गया था और चार बार अस्पताल ले जाया गया था।

ADVERTISEMENT

उन्होंने न्यायाधीश से कहा, “नूरुल मजीद महमूद हुमायूं की मौत इलाज के अभाव में हुई।” प्रमुख बांग्लादेशी दैनिक प्रोथोम आलो की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को अदालत में मोनी के हवाले से कहा गया, “क्या हमें यह साबित करने के लिए मरना होगा कि हम बीमार हैं?”

अवामी लीग नेता की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब स्थानीय पुलिस जुलाई के विद्रोह से जुड़े अलग-अलग हत्या के मामलों में उनसे और उनके पूर्व पार्टी सहयोगी और सांसद सुलेमान सलीम से पूछताछ करना चाहती है।

शाहबाग पुलिस स्टेशन के जांचकर्ताओं ने 5 अगस्त, 2024 को विरोध प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में मारे गए एक छोटे जूट व्यापारी, मोहम्मद मोनिर की हत्या के मामले में मोनी की रिमांड मांगी है।

प्रथोम आलो की रिपोर्ट के अनुसार, बचाव पक्ष के वकील गाजी फैसल इस्लाम ने रिमांड याचिका का विरोध किया और जमानत के लिए आवेदन किया। उन्होंने तर्क दिया कि दीपू मोनी, जो महीनों से हिरासत में हैं, अस्वस्थ हैं और बिना किसी ठोस सबूत के मामले में उनका नाम दर्ज किया गया है।

जब न्यायाधीश ने उन्हें बोलने की अनुमति दी, तो अवामी लीग की पूर्व संयुक्त महासचिव ने अपनी स्वास्थ्य समस्याओं और निराशा के बारे में विस्तार से बताया।

“पिछले अगस्त से मेरी तबियत ठीक नहीं है। मुझे कुछ मेडिकल डायग्नोस्टिक टेस्ट करवाने हैं जिनसे मस्तिष्क के स्वास्थ्य का आकलन किया जा सके। 9 या 10 सितंबर के आसपास, मुझे बीमार होने के कारण शहीद ताजुद्दीन अहमद मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां सभी मेडिकल टेस्ट पूरे नहीं हो सके।”

उन्होंने कहा, “बाद में, आगे की जांच के लिए मुझे दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित करने की अनुमति मांगी गई। मुझे कल वहां ले जाया जाना था, लेकिन पुलिस एस्कॉर्ट उपलब्ध न होने के कारण ऐसा नहीं हो सका। मुझे लगा था कि आज मुझे ले जाया जाएगा, लेकिन इसके बजाय मुझे अदालत ले जाया गया। कुछ नहीं हो रहा है। मैं एक साल से ज्यादा समय से गाजीपुर के काशिमपुर महिला कारागार में रह रही हूं।”

उन्होंने आगे कहा, “वे कहते हैं कि मुझे अस्पताल ले जाने के लिए कोई पुलिस दस्ता नहीं है, फिर भी वे मुझे अदालत ले आए। मैं न्याय की गुहार लगा रही हूं। मुझे जरूरी इलाज नहीं मिल रहा है।”

मोनी ने यह भी शिकायत की कि उन्हें कानूनी सलाह तक नहीं मिल रही है।

उन्होंने कहा, “मेरे खिलाफ 60 से ज्यादा मामले हैं, लेकिन मैं अपने वकीलों से ठीक से मिल नहीं पाई हूं। पिछले एक साल में, मैंने उनसे सिर्फ तीन बार मुलाकात की है।”

अखबार ने मोनी के हवाले से कहा, “जिन दिनों मुझे अदालत ले जाया जाता है, मैं अदालत के लॉकअप में अपने वकील से मिलने की इजाजत मांगती हूं ताकि मैं कम से कम अपने मामलों पर चर्चा कर सकूं।”

सरकारी वकील उमर फारूक फारूकी ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि मौजूदा जेल नियमों के तहत जेल के दरवाजे पर मुलाकातें तय की जा सकती हैं।

ADVERTISEMENT

फारूकी के बोलने के बाद, मोनी ने अंत में दृढ़ता से कहा, “क्या हमें यह साबित करने के लिए मरना होगा कि हम बीमार हैं?”

दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद, अदालत ने पुलिस को मोनी से चार दिनों तक पूछताछ करने की इजाजत दे दी। बाद में उन्हें गाजीपुर के काशिमपुर महिला कारागार ले जाया गया।

–आईएएनएस

केआर/

देशबन्धु

Related Posts

मोटेगी को जापान का अगला विदेश मंत्री नियुक्त कर सकती हैं ताकाइची
अंतरराष्ट्रीय

मोटेगी को जापान का अगला विदेश मंत्री नियुक्त कर सकती हैं ताकाइची

October 6, 2025
चीन के युन्नान में बाढ़ को लेकर अलर्ट, इमरजेंसी सेवा एक्टिव
अंतरराष्ट्रीय

चीन के युन्नान में बाढ़ को लेकर अलर्ट, इमरजेंसी सेवा एक्टिव

October 6, 2025
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भारी बारिश और तूफान से तबाही, चार की मौत, 28 घायल
अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भारी बारिश और तूफान से तबाही, चार की मौत, 28 घायल

October 6, 2025
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के खिलाफ दो अविश्वास प्रस्ताव पेश
अंतरराष्ट्रीय

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के खिलाफ दो अविश्वास प्रस्ताव पेश

October 6, 2025
हमास ने कैदी विनिमय के लिए शांति वार्ता की शर्तें रखीं
अंतरराष्ट्रीय

हमास ने कैदी विनिमय के लिए शांति वार्ता की शर्तें रखीं

October 6, 2025
अंतरराष्ट्रीय

2025 डब्ल्यूटीटी चाइना ग्रैंड स्लैम में चीनी टीम ने सभी पांच खिताब अपने नाम किए

October 6, 2025
Next Post
सतना में नकाबपोशों की फायरिंग से मची भगदड़

सतना में नकाबपोशों की फायरिंग से मची भगदड़, कार सवार बाल-बाल बचे

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

118985
Total views : 6040641
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In