deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

शरीर का पिलर, प्रोटेक्टर और शॉक एब्जॉर्बर है रीढ़ की हड्डी, जानिए कैसे करता है काम

देशबन्धु by देशबन्धु
October 6, 2025
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। मानव शरीर की संरचना में रीढ़ की हड्डी, जिसे स्पाइनल कॉलम या वर्टिब्रल कॉलम कहा जाता है, सबसे अहम हिस्सा है। यह न केवल हमें सीधा खड़े रहने में मदद करती है, बल्कि हमारे पूरे शरीर की गतिविधियों, संतुलन और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निभाती है।

READ ALSO

ग्रेटर नोएडा : प्लास्टिक की फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 15 फायर टेंडर मौके पर बुझाने में जुटी

ओडिशा सरकार ने कटक में इंटरनेट पर प्रतिबंध को 7 अक्टूबर तक बढ़ाया

रीढ़ की हड्डी कुल मिलाकर 33 कशेरुकाओं से बनी होती है, हालांकि कुछ लोगों में इनकी संख्या थोड़ी अलग हो सकती है, विशेष रूप से कमर और त्रिकास्थि क्षेत्र में।

ADVERTISEMENT

भ्रूण अवस्था में ये कशेरुकाएं ज्यादा होती हैं, लेकिन समय के साथ आपस में जुड़कर एक संरचना बना लेती हैं।

रीढ़ की हर कशेरुका की अपनी एक विशेष आकृति और कार्य होता है, जैसे गर्दन की पहली दो हड्डियां सिर को घुमाने और झुकाने की क्षमता देती हैं। गर्दन की हड्डियां सबसे छोटी होती हैं, जबकि कमर की हड्डियां सबसे बड़ी और मजबूत होती हैं क्योंकि वे पूरे शरीर का भार उठाती हैं। कशेरुकाओं के बीच मौजूद इंटरवर्टिब्रल डिस्क एक प्रकार के शॉक एब्जॉर्बर होते हैं, जो चलने-फिरने और झटकों को सहने में मदद करते हैं। यही कारण है कि सुबह के समय इंसान की ऊंचाई रात की तुलना में 1-2 सेमी अधिक होती है, क्योंकि दिनभर डिस्क पर दबाव के कारण उसमें मौजूद तरल कम हो जाता है।

ADVERTISEMENT

वर्टिब्रल कॉलम के भीतर स्पाइनल कॉर्ड सुरक्षित रहता है, जो दिमाग से निकलने वाली 31 जोड़ी नसों को शरीर के विभिन्न हिस्सों से जोड़ता है। रीढ़ की प्राकृतिक वक्रता जन्म के समय नहीं होती, लेकिन जैसे-जैसे बच्चा बैठना और चलना सीखता है, यह वक्रता विकसित होती है। खास बात यह है कि इंसान और अन्य स्तनधारी जैसे जिराफ की गर्दन की हड्डियां संख्या में समान होती हैं, बस उनके आकार में अंतर होता है।

वृद्धावस्था में डिस्क के तरल की मात्रा कम होने से लचीलापन घटता है और रीढ़ कठोर हो जाती है। चोट लगने पर उसका प्रभाव इस बात पर निर्भर करता है कि चोट रीढ़ के किस हिस्से में है। गर्दन में चोट से पूरे शरीर पर असर हो सकता है, जबकि कमर की चोट से सिर्फ निचले हिस्से पर असर होता है।

रीढ़ की सेहत को बनाए रखने के लिए नियमित योगासन जैसे भुजंगासन, ताड़ासन, त्रिकोणासन करना फायदेमंद है। प्राणायाम, पौष्टिक आहार (दूध, तिल, आंवला), सही बैठने की आदत, तिल या भृंगराज तेल की मालिश, सुबह की धूप और हल्की स्ट्रेचिंग से रीढ़ की मजबूती और लचीलापन दोनों बनाए रखा जा सकता है।

ADVERTISEMENT

–आईएएनएस

पीआईएम/एबीएम

देशबन्धु

Related Posts

ताज़ा समाचार

ग्रेटर नोएडा : प्लास्टिक की फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 15 फायर टेंडर मौके पर बुझाने में जुटी

October 7, 2025
ताज़ा समाचार

ओडिशा सरकार ने कटक में इंटरनेट पर प्रतिबंध को 7 अक्टूबर तक बढ़ाया

October 7, 2025
ताज़ा समाचार

बिहार विधानसभा चुनाव घोषणा पर एनडीए उत्साहित, धर्मेंद्र प्रधान ने किया जीत का दावा

October 7, 2025
ताज़ा समाचार

पूरे उपमहाद्वीप में किसी भी संकट के लिए भारत को विकल्प के रूप में चुना जाना चाहिए: जयशंकर

October 7, 2025
ताज़ा समाचार

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने किया स्वागत

October 7, 2025
ताज़ा समाचार

एलजी कविंदर गुप्ता ने लेह में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, जन सतर्कता को विकास का स्तंभ बताया

October 7, 2025
Next Post

अमृतसर पुलिस ने दो आतंकियों को किया गिरफ्तार, आईएसआई कनेक्शन का खुलासा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

119084
Total views : 6041410
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In