अमृतसर, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। सिख श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। भारत सरकार ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन के लिए विशेष जत्थे को जाने की अनुमति दे दी है। इससे पहले सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए केंद्र सरकार ने इस जत्थे पर रोक लगा दी थी, जिस पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कड़ा विरोध जताया था।
एसजीपीसी के सचिव प्रताप सिंह ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान सोमवार को कहा, “देर से ही सही, लेकिन सिखों की अरदास सुन ली गई है।” उन्होंने बताया कि जत्थे के यात्रियों की सूची पहले ही तैयार कर ली गई थी, लेकिन अनुमति न मिलने के कारण सरकार को नहीं भेजी गई थी। अब ये सभी विवरण पंजाब सरकार को दोबारा भेजे जा चुके हैं ताकि वीजा प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जा सके।
प्रताप सिंह ने कहा कि सामान्यतः वीजा प्रक्रिया दो से ढाई महीने पहले शुरू करनी होती है, लेकिन अब समय कम होने के कारण एसजीपीसी ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि यात्रियों की जांच और वीजा जारी करने की प्रक्रिया को तुरंत पूरा किया जाए।
उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को नियमित रूप से खुला रखा जाना चाहिए ताकि श्रद्धालु प्रतिदिन उस पवित्र स्थल के दर्शन कर सकें जहां श्री गुरु नानक देव जी ने अपने अंतिम समय में खेती की थी। उन्होंने कहा, “करतारपुर लांघा सिखों की अरदासों का परिणाम है, उसे बंद रखना सिख भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।”
सरकार के इस निर्णय से सिख संगतों में खुशी की लहर दौड़ गई है। श्रद्धालु अब पाकिस्तान स्थित उन गुरुद्वारों के दर्शन कर सकेंगे जो सिख इतिहास और आस्था से गहराई से जुड़े हैं। एसजीपीसी को उम्मीद है कि इस वर्ष गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व पहले से अधिक श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
–आईएएनएस
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