अनूपपुर. मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में हाल ही में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के रूप में गुड्डू चौहान की नियुक्ति के बाद से संगठन में अंतर्विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। वरिष्ठों से लेकर युवाओं तक, कई नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से जिला अध्यक्ष की कार्यशैली पर नाराज़गी जताई है।
इसी क्रम में अब वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान में बिना सहमति नाम जोड़े जाने का मामला सामने आया है, जिसने स्थानीय कांग्रेस राजनीति में हलचल मचा दी है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान ने सोशल मीडिया पर वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान के तहत गठित हस्ताक्षर प्रभारी समिति की सूची जारी की थी।
इस सूची में युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव संजय सोनी का नाम भी शामिल किया गया था। लेकिन संजय सोनी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनका नाम बिना पूर्व अनुमति और बिना समन्वय समिति की बैठक में प्रस्तावित किए शामिल किया गया है। संजय सोनी ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर शालीन किंतु स्पष्ट लहजे में विरोध दर्ज कराते हुए लिखा कि गुड्डू चौहान जी आपका पत्र मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुआ।
मेरी जगह किसी अन्य ऊर्जावान साथी को आप प्रमाण पत्र जारी करें। मैं कांग्रेस पार्टी का एक सामान्य कार्यकर्ता होकर भी पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने में सक्षम हूं। पूर्व एनएसयूआई जिला महासचिव, जिला उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, प्रदेश सचिव एवं वर्तमान प्रदेश सचिव (युवा कांग्रेस) संजय सोनी का यह वक्तव्य न केवल संगठनात्मक शालीनता का उदाहरण बना, बल्कि कांग्रेस संगठन के भीतर संवादहीनता और समन्वय की कमी पर भी अप्रत्यक्ष टिप्पणी के रूप में देखा जा रहा है।
राजनीतिक हलकों में संजय सोनी की इस प्रतिक्रिया को पद नहीं, प्रतिबद्धता की राजनीति के रूप में सराहा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें न तो किसी पद की चाह है, न प्रतिष्ठा की उनका उद्देश्य केवल कांग्रेस की विचारधारा को घर-घर तक पहुंचाना है।