जबलपुर, देशबन्धु. प्रदेश सरकार ने मां नर्मदा के पानी को प्रदूषित होने से बचाने के उद्ेश्य से नर्मदा क्षेत्र के किनारे व अन्य क्षेत्रों में स्थापित डेयरी हटाकर उन्हें खमरिया ग्राम में स्थापित करने के लिए तीन साल पहले दुग्ध समृद्वि अभियान शुरु किया था जिसके तहत सरकार ने बरगी रोड स्थित खमरिया ग्राम में करीब 70 प्लॉटस आंवटित किए थे। लेकिन 3 साल में मात्र 4 डेयरियॉ ही शुरु हो पायी हैं। हालांकि 45 डेयरी संचालकों ने वहां पर प्लॉट तो ऑवटित करा लिए हैं लेकिन फिलहाल कोई जाने के लिए तैयार नहीं हैं।
इसके पीछे कारण यह है कि सरकार ने इकाई तो स्थापित कर दी है लेकिन तीन साल बीतने के बावजूद कोई बजट ही आवटिंत नहीं किया है जिसके कारण इकाई योजना का कोई डेवलपमेंट ही नहीं हो पाया है। इन परिस्थितियों में कोई भी डयेरी संचालक वहां जाने के लिए तैयार नहीं है।
इस संबंध में डॉ पीजी नाजपांडे ने बताया कि यदि प्रोजेक्ट में तेजी लाना है तो शासन को बजट की व्यवस्था करना चाहिए। उन्होंने इस सम्बंध में पूर्व कलेक्टर दीपक सक्सेना को विजन डॉक्यूमेंट भेजकर डेयरी स्टेट को 1 जनवरी 2026 तक पूर्ण होने की चर्चा की थी, जिस पर पशुपालन विभाग ने डेयरी स्टेट प्रबंध संचालक को कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किये थे। इसे अब 10 माह हो गये, फिर भी कार्य में तेजी नहीं है।
नागरिक उपभोक्ता मंच ने की मांग
इस सम्बंध में डॉ. पीजी नाजपांडे, रजत भार्गव, एड. वेदप्रकाश अधौलिया, डीआर लखेरा, गीता पांडे, सुशीला कनौजिया, राममिलन शर्मा ने पशुपालन विभाग को एक ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल बजट लाने और डेयरी शुरु करने की मांग की है।
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45 भूखण्डधारियों को मिला नोटिस
डेयरी स्टेट परियोजना के पशुपालन विभाग ने 45 भूखण्डधारियों को नोटिस भेजा है। और उन्हें तत्काल अपनी डेयरी स्थापित करने की हिदायत दी है।
डॉ. एसएस मायल,कार्यपालिक अधिकारी,पशु पालन विभाग