मुंबई, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। जुबीन गर्ग की मौत के मामले में असम के गायक, संगीतकार और संगीत निर्देशक मानस रॉबिन एसआईटी के बुलाने पर गुवाहाटी स्थित सीआईडी कार्यालय में पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जो इस मामले में जांच को नई दिशा दे सकता है।
रॉबिन ने बताया कि जुबीन के अंतिम संस्कार के दिन उनके पास कुछ अहम सबूत थे, जिन्हें वह एसआईटी के सामने प्रस्तुत करेंगे। हालांकि, उन्होंने अभी इन सबूतों को सार्वजनिक न करने की बात कही। उनका कहना था कि ये सबूत जांच में मददगार साबित हो सकते हैं और इससे मामले की जांच में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती है।
जुबीन गर्ग की मौत ने पूरे असम और संगीत प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया। जुबीन गर्ग असम के एक बेहतरीन गायक थे। उनका निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान हुआ था। उस वक्त वह नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में परफॉर्म करने आए थे। उनकी मौत की परिस्थितियां अब भी रहस्यमय बनी हुई हैं। एसआईटी और सीआईडी इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए लगातार कड़ी मेहनत कर रही हैं। इस मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें जुबीन के चचेरे भाई और असम पुलिस के अधिकारी संदीपन गर्ग भी शामिल हैं।
मानस रॉबिन का बयान इस जांच के लिए एक नया मोड़ साबित हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास ऐसे सबूत हैं जिनसे जुबीन की मौत के पीछे की सच्चाई उजागर हो सकती है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि ये सबूत क्या हैं और किस दिशा में जांच को आगे बढ़ाएंगे।
जुबीन गर्ग की मौत के मामले में पहले भी कई आरोप और विवाद सामने आए हैं। उनके बैंड के सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी ने आरोप लगाया था कि जुबीन को उनके मैनेजर और कार्यक्रम आयोजक ने जहर दिया था। इसके बाद से इस केस की जांच और गहराई से की जा रही है।
एसआईटी ने इस मामले में अब तक लगभग 60 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की हैं। वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने मामले की पारदर्शिता और जल्दी से जल्दी जांच पूरी करने के आदेश दिए हैं। सभी जांच एजेंसियां इस केस को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रही हैं ताकि जुबीन गर्ग के परिवार को न्याय मिल सके।
गौरतलब है कि जुबीन गर्ग असम के जाने-माने कलाकार थे। उन्होंने असमिया, हिंदी, बांग्ला और अंग्रेजी समेत कई भाषाओं में अपनी आवाज दी। उनकी मौत ने संगीत जगत को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। उनके प्रशंसक अब न्याय का इंतजार कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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