मझौली सीधी. विगत तीन वर्षों से निर्माणाधीन पास रोड़ के संविदाकार व जिम्मेदार विभाग के मनमानी और हठधर्मिता का खामियाजा नामी गिरामी स्कूल मॉडल एवं सदीपनी विद्यालय मझौली के शिक्षक छात्रों के साथ वाहन मालिकों, चालकों, नगर वासियों तथा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जिससे अब नगर क्षेत्र के अलावा क्षेत्रीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों में भी आक्रोश उपजता देखा जा रहा है। आने वाले समय में यह आक्रोश बड़े आंदोलन को रूप दे सकता है।
मामला नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत निर्माणाधीन बायपास रोड का है। जिसके लिए क्षेत्रीय विधायक ने अथक प्रयास करके डेढ़ किलोमीटर रोड के लिए लगभग 6.5 करोड रुपए राशि स्वीकृत करते हुए आज से 3 वर्ष पूर्व इसी माह में भूमि पूजन कर कार्य चालू कराया था। खबर है कि एक दो पुलिया निर्माण कर एक पुरानी पुल का ओवरहालिंग कर इस रोड की मिट्टी को खोद फैलाकर तथा विद्युतीकरण में पुराने खंबे एवं सामग्रियों का उपयोग करते हुए भारी भरकम राशि आहरित कर बंदर बांट कर ली गई है अब जबकि जितनी चौड़ी रोड निर्माण कराई जानी है उतने में मिट्टी फैलाई गई है.
भूमि अधिग्रहण कि रोना रो रहे हैं जबकि अभी तक किसी भी किसान द्वारा कोई रोक-टोक नहीं की गई है सभी चाह रहे हैं कि जल्द से जल्द निर्माण हो जाए। लेकिन निष्पक्षता के साथ यदि किसी एक तरफ के किस को ही प्रताड़ित किया गया तो निश्चित है कि वहां विवाद उत्पन्न नहीं होगा। बताते चलें कि पूर्ण रूप से दलदल हो चुकी बायपास रोड से लोगों को होने वाली समस्या और परेशानी को दृष्टतगत रखते हुए खबर प्रकाशन क्षेत्र के मंडल अध्यक्ष को अवगत कराया गया मंडल अध्यक्ष के द्वारा क्षेत्रीय विधायक के संज्ञान में लाया गया विधायक के फटकार व निर्देश के बाद तथा हार्ड शोल्डर डालने की अनुमति उपरांत मरम्मत कर चालू किया गया.
लेकिन रोड के मरम्मत कार्य के लिए उपलब्ध कराए गए हार्ड शोल्डर को संविदाकार व हार्ड शोल्डर गिरने के लिए अधिकृत किए गए व्यक्ति साट- गांठ कर निजी व्यक्तियों को बिक्री कर दिया गया। नाम चार के लिए 8-10 गाड़ी रोड में डाला गया है जिससे बायपास रोड की हालत जस की तश बनीं हुईं हैं।अब देखना होगा कि बच्चों और लोगों को इस समस्या और परेशानी से मुक्ति दिलाने शासन प्रशासन ऐसे लापरवाह संविदाकार व विभाग पर क्या कार्यवाही करता है।