अमरावती, 30 मार्च (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और उनसे राज्य की क्रेडिट सीमा बढ़ाने और लंबित धन जारी करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने उनसे 17,923 करोड़ रुपये की क्रेडिट सीमा बढ़ाने की अपील की, जिसे राज्य सरकार की गलती के बिना 2021-22 में 42,472 करोड़ रुपये से घटा दिया गया था।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार, उन्होंने वित्तवर्ष 2014-15 के लिए रिसोर्स गैप फंडिंग के तहत राज्य को 36,625 करोड़ रुपये की लंबित राशि जारी करने का भी अनुरोध किया।
केंद्रीय मंत्री से राज्य को नरेगा (राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम) के 2,500 करोड़ रुपये के बकाए को जारी करने का भी आग्रह किया गया था।
रेड्डी ने सीतारमण से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का भी अनुरोध किया कि तेलंगाना सरकार 2014 और 2017 के बीच आपूर्ति की गई बिजली के लिए टीएस डिस्कॉम से एपीजीईएनसीओ को बकाया 7,058 करोड़ रुपये का भुगतान करे।
वित्तमंत्री से अनुरोध किया गया था कि पोलावरम परियोजना के निर्माण में तेजी लाने के लिए तदर्थ आधार पर तत्काल 10,000 करोड़ रुपये और मुख्य बांध स्थल पर डायाफ्राम की दीवार के धुल जाने के कारण बने गड्ढों को भरने के लिए और 2,020 करोड़ रुपये मंजूर किए जाएं।
रेड्डी ने उन्हें बताया कि आंध्र प्रदेश ने अब तक अपने खजाने से पोलावरम परियोजना पर 2,600.74 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और केंद्रीय निधि से इसकी प्रतिपूर्ति की मांग की है।
उन्होंने केंद्र से पोलावरम परियोजना पर तकनीकी सलाहकार समिति के 55,548 करोड़ रुपये के संशोधित अनुमानों को स्वीकार करने की भी मांग की।
मुख्यमंत्री ने उनसे राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा निभाने का भी आग्रह किया।
–आईएएनएस
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