गुवाहाटी, 31 मार्च (आईएएनएस)। असम में करीब तीन हजार स्कूल केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं, जबकि छात्रों की संख्या की तुलना में राज्य के 12,731 स्कूल शिक्षकों की कमी का सामना कर रहे हैं। कई स्कूलों में पीने के पानी की सुविधा नहीं है और बुनियादी ढांचे का अभाव है।
शिवसागर के विधायक अखिल गोगोई के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, राज्य के शिक्षा मंत्री रानोज पेगु ने गुरुवार को कहा, वर्तमान में असम में 2,979 निम्न प्राथमिक विद्यालयों में, एक शिक्षक पूरे स्कूल को चला रहा है। शिक्षा अधिनियम, 2009 को राज्य के 12,731 स्कूलों में लागू नहीं किया जा सका है।
पेगू ने बताया, 1,616 स्कूलों में शुद्ध पेयजल की सुविधा नहीं है, जबकि 1,140 स्कूलों को पक्के भवनों की जरूरत है। राज्य भर में कुल 511 स्कूलों में अभी भी बिजली कनेक्शन नहीं है।
राज्य सरकार की विद्यांजलि योजना के तहत, पूर्व छात्रों और शुभचिंतकों ने स्कूलों को 71,356 पंखे दान किए। उसके बाद भी, असम के स्कूलों में अभी भी कम से कम 48,649 पंखे की आवश्यकता है।
14,587 स्कूलों में भवनों के नवीनीकरण की भी आवश्यकता है, जबकि 22,724 स्कूलों में कक्षाओं की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है।
कांग्रेस विधायक भास्करज्योति बरुआ के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, राज्य के शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में 5,320 शिक्षक पद खाली पड़े हैं, जबकि माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के लिए 9,258 पद खाली हैं।
पेगू ने दावा किया कि राज्य शिक्षा विभाग रिक्तियों को भरने के लिए पहल कर रहा है, लेकिन भर्ती प्रक्रिया से संबंधित बहुत सारे मामले में न्यायपालिका में लंबित हैं।
–आईएएनएस
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