भोपाल, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में विधानसभा के इसी साल चुनाव होने वाले हैं और तमाम दावेदार तैयारियों में जुटे हुए हैं और कई ऐसे नेता हैं, जिन्हें चुनाव में अपनों का ही साथ न मिलने बल्कि उनके जरिए नुकसान होने की चिंता सताने लगी है। यही कारण है कि कई नेता तो अपने समर्थकों को सौगंध तक दिला रहे हैं।
राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुश्किल से सात माह का वक्त बचा है और राजनीतिक दलों के साथ तमाम दावेदारों ने चुनाव लड़ने की तैयारियां तेज कर दी है। कई दावेदारी जताने में लगे हैं तो वहीं वर्तमान के विधायक अपनी उम्मीदवारी को तय करने में पीछे नहीं है। फिलहाल दोनों प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा जमीनी रिपोटरें के संकलन में जुटी हुई है।
राज्य के विधानसभा चुनाव में जिन राजनेताओं को भाग्य आजमाना है, उनके सामने सबसे बड़ी समस्या अपने और अपने ही दल से जुड़े लोगों को साथ रखने की है। कई को तो आशंका यहां तक है कि जो लोग साथ में है वही कहीं उन्हें नुकसान न पहुंचा दें।
चुनावी माहौल धीरे-धीरे गर्मा चला है, वहीं अपनों को सौगंध दिलाने का दौर चल पड़ा है। एक मामला बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले से आया है, जहां के जतारा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के हरिशंकर खटीक विधायक हैं, शिवराज सरकार में मंत्री भी रहे हैं और उन्हें अगला चुनाव लड़ना है इसकी भी संभावना है। वह भी अपने भितरघातियों से डरे हुए हैं, यही कारण है कि कई कार्यकर्ताओं को लेकर वे सरयू नदी में पहुंचे और सरयू नदी के जल में खड़े होकर लोगों को सौगंध भी दिलाई कि वे चुनाव में नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
राजनीति के जानकार मानते हैं कि हर चुनाव में भितरघात होते हैं, उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचाया जाता है मगर अपने बचाव के रास्ते तो खोजे ही जाते हैं। जो पिछड़े इलाके हैं वहां सौगंध का बड़ा महत्व है कभी मंदिर में सौगंध दिलाई जाती है तो कभी गंगाजल हाथ में देकर सौगंध दिलाई जाती है और अब तो सरयू नदी में भी सौगंध दिलाई गई है। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा क्योंकि अभी चुनाव में वक्त है।
–आईएएनएस
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