हैदराबाद, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने बुधवार को 10वीं कक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी के बाद करीमनगर लोकसभा सांसद बंदी संजय कुमार की अयोग्यता की मांग की।
राज्य के मंत्रियों और अन्य बीआरएस नेताओं ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और गंभीर प्रकृति के अपराध के लिए संजय को अयोग्य घोषित करना चाहिए।
बीजेपी की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष संजय को आधी रात के बाद करीमनगर में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें बाद में वारंगल की एक अदालत में पेश किया जाएगा।
राज्य के वित्त मंत्री टी. हरीश राव ने कहा कि वे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से संजय को अयोग्य घोषित करने का अनुरोध कर रहे हैं।
हरीश राव ने संजय को माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र (एसएससी) के हिंदी प्रश्नपत्र के लीक होने का मास्टरमाइंड बताया और दावा किया कि उसे रंगे हाथ पकड़ा गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक रूप से बीआरएस से लड़ने में असमर्थ भाजपा नेता बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा, भाजपा की राजनीति बहुत निचले स्तर पर पहुंच गई है। वे राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं।
हरीश राव ने कहा कि मंगलवार को वारंगल में प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार प्रशांत भाजपा का कार्यकर्ता है और उसने परीक्षा के दौरान बंदी संजय को पेपर भेजा था। मंत्री ने कहा, यह सरकार को बदनाम करने की साजिश थी लेकिन वह रंगे हाथों पकड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार दोपहर वारंगल में बीजेपी नेताओं ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया लेकिन शाम को उन्होंने मामले के आरोपियों को रिहा करने की मांग की।
मंत्री ने कहा कि आरोपी ने बंदी संजय के मोबाइल पर कई बार फोन किया और सरकार को बदनाम करने के लिए लीक हुए प्रश्न पत्र को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया।
वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि सोमवार को तंदूर में तेलुगू प्रश्न पत्र लीक होने के पीछे बंदी संजय का भी हाथ है। उन्होंने कहा कि जिस शिक्षक ने परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर साझा की थी, वह भाजपा समर्थित शिक्षक संघ का नेता था।
मंत्री श्रीनिवास गौड़, पी. अजय कुमार, बीआरएस के कई विधायक और अन्य नेताओं ने भी संजय को संसद से अयोग्य ठहराने की मांग को लेकर अलग-अलग समाचार सम्मेलनों को संबोधित किया। उन्होंने पेपर लीक मामले में उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।
मंत्री के.टी. रामाराव ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता अपनी स्वार्थी राजनीति के लिए प्रश्न पत्र लीक कर मासूम छात्रों और बेरोजगारों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
केटीआर, जो बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, ने ट्वीट किया, अगर किसी पागल के हाथ में पत्थर है, तो राहगीरों के लिए खतरा है, लेकिन अगर उसी पागल के हाथ में एक पार्टी है, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा है।
–आईएएनएस
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