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Home ताज़ा समाचार

संयुक्त राष्ट्र की अफगान महिला कर्मियों पर तालिबान की पाबंदी का संयुक्त राष्ट्र महिला प्रमुख ने की निंदा

by
April 6, 2023
in ताज़ा समाचार
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संयुक्त राष्ट्र की अफगान महिला कर्मियों पर तालिबान की पाबंदी का संयुक्त राष्ट्र महिला प्रमुख ने की निंदा
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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

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समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

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एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी

संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

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एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

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संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र की अवर महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने अफगान महिलाओं के अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के तालिबान के फैसले की निंदा की है।

एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

–आईएएनएस

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एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के लगभग 3,900 कर्मचारी हैं, इनमें से लगभग 400 महिलाएं अफगानिस्तान की और 200 विदेशी हैं।

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एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

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एक बयान में बाहौस ने कहा, हम अपने सहयोगियों, और सभी महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, जो हर दिन अपने देश की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और हम उनके समर्पण, व्यावसायिकता और बहादुरी को सलाम करते हैं। हम उनके मौलिक मानवाधिकारों पर फिर से जोर देते हैं जैसा कि संविधान में निहित है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम अपनी महिला कार्यबल को पुरुषों से नहीं बदलेंगे।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान 28.3 मिलियन लोगों के साथ एक मानवीय संकट में है, दो-तिहाई आबादी को जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में लगभग एक चौथाई परिवार महिला प्रधान हैं।

बाहोस ने कहा कि कुशल महिला सहायता कर्मियों को हटाने से महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सेवाओं तक महिलाओं और लड़कियों की पहुंच कम हो जाती है, और उनके जोखिम बढ़ जाते हैं, जब उन्हें इसके बजाय पुरुषों से सहायता लेनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि यूएन वुमेन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर तालिबान से इस नवीनतम फैसले को तुरंत रद्द करने और महिलाओं और लड़कियों के काम, शिक्षा और आंदोलन की स्वतंत्रता के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले सभी उपायों को रद्द करने का आह्वान करती है।

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को कहा कि विश्व निकाय अपने सभी अफगान राष्ट्रीय कर्मचारियों को निर्देश दे रहा है कि वे अभी कार्यालय में रिपोर्ट न करें।

अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि रमीज अलकबरोव ने कहा कि अफगान संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रीय कर्मचारी अफगान पुरुष और महिलाएं एकजुट हैं।

उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वीडियो लिंक के माध्यम से एक प्रेस वार्ता में कहा, हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होगी, जहां हम सभी पुरुष टीमों के साथ काम करने जा रहे हैं। इसलिए हमारे राष्ट्रीय कर्मचारी एक साथ कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे।

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