deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home राष्ट्रीय

पेंशन योजनाओं की खूबियां : क्या अच्छा, क्या बुरा और अवांछनीय है

देशबन्धु by देशबन्धु
May 6, 2023
in राष्ट्रीय
0
पेंशन योजनाओं की खूबियां : क्या अच्छा, क्या बुरा और अवांछनीय है
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

कर्नाटक आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार है, भव्य पुरानी पार्टी के चुनावी वादों में कई लोक कल्याणकारी उपायों की बात कही गई है। आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस का रोड मैप, कोटा वृद्धि और सरकार द्वारा बनाए गए अन्यायपूर्ण कानूनों को निरस्त करना एवं एक साल के भीतर पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की वापसी का आश्वासन देता है।

कर्नाटक कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी 2006 से शामिल किए गए सरकारी कर्मचारियों के लिए ओपीएस के विस्तार पर विचार करेगी। पिछले साल हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने इस संबंध में विधानसभा चुनाव से पहले किए गए अपने वादे को पूरा किया। उत्तरी राज्य ने इस साल की शुरुआत में हुई अपनी पहली कैबिनेट बैठक में ओपीएस की बहाली को मंजूरी दी थी।

READ ALSO

मध्य प्रदेश : पंकज प्रजापति हत्याकांड मामले में आरोपी गिरफ्तार

मांझी ने पीएम मोदी के कार्यकाल को स्वर्णकाल बताया, एनडीए में सीट विवाद पर सफाई दी

हिमाचल प्रदेश में नई पेंशन योजना (एनपीएस) के तहत पेंशनधारियों समेत करीब 1.36 लाख कर्मचारी हैं। हालांकि, जहां तक हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के अभियान का संबंध है, यह संकेत देता है कि ओपीएस को बहाल करने के वादे से पार्टी को काफी फायदा हुआ है।

ADVERTISEMENT

जबकि ओपीएस के मुद्दे ने कांग्रेस को हिमाचल चुनाव में स्पष्ट रूप से जीत ही नहीं दिलाई, बल्कि इसने पार्टी को बड़ा फायदा भी पहुंचाया। लेकिन निश्चित रूप से ओपीएस की बहाली का वादा सरकारी कर्मचारियो,उनके परिवारों और यहां तक कि सरकारी नौकरी के इच्छुक युवा मतदाताओं पर भी प्रभाव डालता है। एनपीएस की समझ और यह ओपीएस से अलग कैसे है, यह मूल रूप से दो प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय दलों द्वारा शुरू की गई पेंशन प्रणाली में बदलाव है।

ADVERTISEMENT

2003 में कांग्रेस सरकार द्वारा पेश किए जाने के बाद 2004 में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली लागू हुई। यह भारतीय नागरिकों के लिए पेंशन का एक परिभाषित योगदान प्रदान करने का दावा करती है। एनपीएस को एक सुरक्षित और स्थिर सेवानिवृत्ति आय प्रदान करने के उद्देश्य से एक विकल्प के रूप में लॉन्च किया गया था।

एनपीएस और ओपीएस के बीच एक मूलभूत अंतर लाभार्थी को प्रदान की जाने वाली गारंटीकृत पेंशन की सीमा है। एनपीएस कोई गारंटीकृत पेंशन प्रदान नहीं करता है, लेकिन ओपीएस व्यक्ति के अंतिम आहरित वेतन और सेवा के वर्षों की संख्या के आधार पर पेंशन प्रदान करता है। जो लोग अपनी सेवानिवृत्ति में गारंटीकृत पेंशन की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए ओपीएस एक अधिक सुरक्षित और स्थिर तरीका है।

ओपीएस उन सरकारी कर्मचारियों के लिए है जिन्होंने कम से कम 10 साल की सर्विस पूरी कर ली है। एनपीएस 18 से 60 वर्ष की आयु के बीच भारत के सभी नागरिकों के लिए है और प्राप्त पेंशन व्यक्ति द्वारा किए गए निवेश और बदले में पेंशन फंड द्वारा उत्पन्न रिटर्न पर आधारित है। यह योजना ग्राहक के लिए 5 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर भी प्रदान करती है।

इसके अलावा योगदान के संबंध में एनपीएस, ओपीएस की तुलना में अधिक लचीला है क्योंकि ओपीएस के विपरीत एनपीएस के तहत विभिन्न प्रकार के पेंशन फंडों में निवेश करने का विक्लप चुन सकते हैं जबकि ओपीएस विशेष रूप से वेतन और सेवा-अवधि आधारित है।

ADVERTISEMENT

सरकारी कर्मचारी के मूल वेतन का 14 प्रतिशत तक और निजी क्षेत्र के कर्मचारी के लिए 10 प्रतिशत तक एनपीएस में योगदान कर सकते हैं। यह एक निवेशक के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह 1.5 लाख रुपये के 80सी सेक्शन से ऊपर है।

यहां, टीयर -1 अकाउंट के विपरीत एक टीयर -2 अकाउंट अनिवार्य नहीं है, जहां किसी को टैक्स लाभ मिलता है। टीयर-2 को एक निवेश की तरह माना जा सकता है जिसे निवेश के दौरान बाहर निकाला जा सकता है। टीयर-1 का प्राथमिक उद्देश्य टैक्स बचत के साथ लंबी अवधि के लिए निवेश है, जबकि टीयर-2 के लिए यह एक निवेश है।

60 साल की उम्र के बाद कोई भी पैसा निकालने के लिए स्वतंत्र है, 60 प्रतिशत तक की निकासी पहले की जा सकती है और शेष को वार्षिकी में बदला जा सकता है। इसके अतिरिक्त, लाभ के रूप में कोई अपना वार्षिकी भागीदार चुन सकता है।

वर्तमान में, आठ अलग-अलग पेंशन फंड हैं जो वार्षिकी का विकल्प प्रदान करते हैं। कौन सा विकल्प बेहतर है, इस पर विचार करना निवेशक की जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है।

दोनों योजनाओं की तकनीकीताओं के अलावा, आम आदमी के लिए पेंशन योजना सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा का एक साधन है, और इसके साथ कोई भी छेड़छाड़ मतदाताओं के मूड को प्रभावित करने और चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए बाध्य है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

देशबन्धु

Related Posts

मध्य प्रदेश : पंकज प्रजापति हत्याकांड मामले में आरोपी गिरफ्तार
राष्ट्रीय

मध्य प्रदेश : पंकज प्रजापति हत्याकांड मामले में आरोपी गिरफ्तार

June 11, 2025
मांझी ने पीएम मोदी के कार्यकाल को स्वर्णकाल बताया, एनडीए में सीट विवाद पर सफाई दी
राष्ट्रीय

मांझी ने पीएम मोदी के कार्यकाल को स्वर्णकाल बताया, एनडीए में सीट विवाद पर सफाई दी

June 11, 2025
न्यायिक सक्रियता को न्यायिक आतंकवाद में नहीं बदलना चाहिए : सीजेआई गवई
राष्ट्रीय

न्यायिक सक्रियता को न्यायिक आतंकवाद में नहीं बदलना चाहिए : सीजेआई गवई

June 11, 2025
महाराष्ट्र : सत्यजीत पाटणकर ने शरद पवार का साथ छोड़ने की बताई वजह
राष्ट्रीय

महाराष्ट्र : सत्यजीत पाटणकर ने शरद पवार का साथ छोड़ने की बताई वजह

June 11, 2025
छत्तीसगढ़ के सुकमा में दो नक्सली ढेर, सीएम साय ने सुरक्षाबलों को दी बधाई
राष्ट्रीय

छत्तीसगढ़ के सुकमा में दो नक्सली ढेर, सीएम साय ने सुरक्षाबलों को दी बधाई

June 11, 2025
झारखंड : रेप पीड़िता ने सदमे में फांसी लगाई, आठ दिन तक इलाज के बाद थमी सांसें
राष्ट्रीय

झारखंड : रेप पीड़िता ने सदमे में फांसी लगाई, आठ दिन तक इलाज के बाद थमी सांसें

June 11, 2025
Next Post
मैं डांस से डरती हूं, लेकिन सीखना भी चाहती हूं: सोनाली बेंद्रे

मैं डांस से डरती हूं, लेकिन सीखना भी चाहती हूं: सोनाली बेंद्रे

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

[email protected]

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

083923
Total views : 5889987
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In