जयपुर, 10 मई (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट को अब भी उम्मीद है कि वह इस साल भारत में होने वाले वनडे विश्व कप में खेल पाएंगे। वह न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट भी खेलना चाहते हैं, जो कि उनका सबसे प्रिय फॉर्मेट है। पिछले साल अगस्त में उन्होंने न्यूजीलैंड क्रिकेट के केंद्रीय अनुबंध से खुद को मुक्त करने की गुजारिश की थी, जिसे बोर्ड ने मान भी लिया था। तब उन्होंने अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने और दुनिया भर के फ्ऱैंचाइजी क्रिकेट के लिए अधिक से अधिक उपलब्ध रहने की बात कही थी।
नवंबर 2022 में हुए टी20 विश्व कप के बाद से बोल्ट ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है। टेस्ट क्रिकेट खेले हुए उनको एक साल से अधिक समय हो गया है, जबकि उन्होंने आखिरी वनडे सितंबर 2022 में खेला था।
जयपुर में ईएसपीएनक्रिकइंफो को दिए एक इंटरव्यू में बोल्ट ने कहा, मैं न्यूजीलैंड के लिए अब भी खेलना चाहता हूं और यह मेरी एक बड़ी इच्छा है। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं 13 साल तक न्यूजीलैंड क्रिकेट का प्रतिनिधित्व करता रहा और आगे भी मेरी इच्छा है कि मैं विश्व कप खेलूं। देखते हैं कि आगे क्या होता है।
उन्होंने आगे कहा, 2019 विश्व कप फाइनल में मिली हार के बाद मैंने कप्तान केन (विलियमसन) से कहा था कि 2023 में हम इस कप को जीतेंगे। हम एक बेहतरीन वनडे टीम हैं। हमारे पास कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने भारत का दौरा किया है और उन्हें यहां की परिस्थितियों का अंदाजा है। अनुभव ही विश्व कप में काम आता है और आप अनुभव को खरीद नहीं सकते। आपको उन खिलाड़ियों का विकल्प नहीं मिलेगा, जो सालों से भारत का दौरा करते आए हों।
बोल्ट को यह भी उम्मीद है कि उन्हें उनके फेवरिट फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट में भी खेलने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्ऱीका को अगले साल न्यूजीलैंड का दौरा करना है और मैं उसमें खेलने की इच्छा रखता हूं। टेस्ट क्रिकेट अब भी मेरा सबसे प्रिय फॉर्मेट है। मैंने लगभग 80 टेस्ट मैच खेले हैं और यह अनुभव शानदार रहा है। हालांकि मुझे पता है कि यह आसान नहीं होने वाला है क्योंकि उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर आप अनुबंध नहीं जारी रखते हो तो आपकी टेस्ट क्रिकेट खेलने की संभावनाएं बहुत ही सीमित हो जाएंगी।
केंद्रीय अनुबंध से हटने के बाद बोल्ट ने बिग बैश लीग और आईएल टी20 खेला था। आईपीएल के बाद वह इस साल कम से कम एक और फ्ऱैंचाइजी लीग में खेलेंगे। बोल्ट को भी लगता है कि फ्रैंचाइंजी क्रिकेट के उभरने से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को खतरा है। हालांकि उन्होंने आगे यह भी कहा कि चीजें एक-दो साल में और स्पष्ट होंगी।
चोट से जूझ रहे केन विलियमसन अगर जल्दी फिट नहीं होते हैं, तो विश्व कप की तैयारियों को देखते हुए टिम साउदी या टॉम लाथम को न्यूजीलैंड वनडे टीम का कप्तान बनाया जा सकता है। सर्जरी के बाद विलियमसन तेजी से उबर रहे हैं और उन्होंने रिहैबलिटेशन प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। हालांकि विश्व कप में उनका खेलना संदिग्ध माना जा रहा है। विलियमसन की अनुपस्थिति में लाथम ने टीम के सीमित ओवर क्रिकेट की कप्तानी की है, वहीं साउदी टेस्ट टीम के कप्तान हैं।
न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टेड ने कहा कि अभी इसका समाधान खोजा जाना बाकी है। उन्होंने कहा, टिम (साउदी) टेस्ट टीम की कप्तानी बेहतरीन ढंग से कर रहे हैं, वहीं टॉम (लाथम) ने हाल ही में बहुत सारा सीमित ओवर क्रिकेट खेला है। उन्होंने पाकिस्तान में अच्छी कप्तानी की, जबकि टीम के कई खिलाड़ी नए थे। किसी भी कप्तान के लिए यह एक चुनौती होती है।
–आईएएनएस
आरआर