चेन्नई, 10 मई (आईएएनएस)। वाडिया समूह की कम लागत वाली हवाई सेवा गो एयरलाइंस (इंडिया) लिमिटेड दिवालियापन सुरक्षा प्राप्त कर क्या अपने बेड़े को दो सप्ताह में हवा में वापस भेज सकती है, जैसा कि उसने पहले कहा था। यह वह प्रश्न है, जिसका उत्तर दिया जाना जरूरी है।
बुधवार को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने गो एयरलाइंस द्वारा दायर स्वैच्छिक दिवाला याचिका को स्वीकार कर लिया और अभिलाष लाल को अंतरिम समाधान पेशेवर (आईआरपी) नियुक्त किया।
एयरलाइन ने अपनी दिवाला याचिका में लाल का नाम सुझाया था।
एनसीएलटी, नई दिल्ली की प्रधान पीठ ने भी कंपनी के लिए स्थगन की घोषणा की और निलंबित निदेशक मंडल को आईआरपी के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया।
एनसीएलटी ने निलंबित प्रबंधन को आईआरपी के लिए 5 करोड़ रुपये जमा करने का भी आदेश दिया है, ताकि जल्द ही बनने वाली कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) द्वारा समायोजित किए जाने वाले तत्काल खर्चो को पूरा किया जा सके।
इसने कंपनी को अपने किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं करने का भी आदेश दिया था।
वैश्विक विमान इंजन निर्माता प्रैट एंड व्हिटनी को दोषपूर्ण अतिरिक्त इंजन उपलब्ध कराने का दोष देते हुए गो एयरलाइंस ने 2 मई को समाधान के लिए एक याचिका के साथ एनसीएलटी से संपर्क किया था।
उस आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रैट एंड व्हिटनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा : गो फस्र्ट (गो एयरलाइंस ब्रांड) के आरोप कि प्रैट एंड व्हिटनी अपनी वित्तीय स्थिति के लिए जिम्मेदार है, निराधार है। प्रैट एंड व्हिटनी गो के दावों के खिलाफ खुद का सख्ती से बचाव करेगी और है अपना कानूनी सहारा ले रहा है।
एयरलाइन ने एनसीएलटी से संपर्क किया था, ताकि वह अपने विमान को पट्टेदारों द्वारा वापस लेने से बचा सके। दिवालियापन कवर के साथ पट्टेदारों को एनसीएलटी में याचिका दायर करनी होगी।
यह भी बताया गया कि प्रतिद्वंद्वी एयरलाइंस ने गो एयरलाइंस के कब्जे वाले स्लॉट को लेने के लिए हवाईअड्डा अधिकारियों से बात करना शुरू कर दिया है।
संचालन को फिर से शुरू करने के लिए धन के संबंध में गो एयरलाइंस के सीईओ कौशिक खोना ने पहले आईएएनएस को बताया था कि कंपनी को इमरजेंसी लाइन क्रेडिट गारंटी स्कीम (ईएलसीजीएस) के तहत स्वीकृत 1,500 करोड़ रुपये में से 208 करोड़ रुपये की शेष राशि अभी तक नहीं मिली है।
उनके अनुसार, एयरलाइन को अपने संचालन के लिए प्रतिदिन लगभग 17-18 करोड़ रुपये की जरूरत होती है, क्योंकि व्यापार भागीदार आवश्यक वस्तुएं – ईंधन और अन्य – नकद और कैरी के आधार पर प्रदान कर सकते हैं।
खोना ने यह भी कहा था कि याचिका स्वीकार करने के बाद एयरलाइन जल्द ही 7/8 दिनों में अपने विमानों के साथ फिर से उड़ान भर सकेगी।
बुधवार को एयरलाइन ने 19 मई तक उड़ान रद्द करने के विस्तार की घोषणा की थी।
विमान उड़ाने के लिए पायलटों की उपलब्धता के बारे में खोना ने कहा था : मेरे पास सभी 54 विमानों को उड़ाने के लिए पायलट हैं। हमारे पास पायलटों का एक बड़ा बेड़ा है।
खोना ने कहा कि अधिकांश पायलटों ने कोविड-19 की अवधि के दौरान भी कंपनी नहीं छोड़ी है और कहा कि प्रतिद्वंद्वी से जुड़ने के बाद एक पायलट को विमान उड़ाने में लगभग छह महीने लगते हैं।
उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि ग्राउंड स्टाफ के वेतन का भुगतान कर दिया गया है, जबकि पेशेवर और अन्य के लिए अप्रैल का वेतन लंबित है।
–आईएएनएस
एसजीके