हैदराबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक पायलट रोहित रेड्डी से कथित मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में करीब छह घंटे तक पूछताछ की। वह विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश मामले में शिकायतकर्ता हैं।
केंद्रीय एजेंसी ने मंगलवार को उन्हें फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है।
सोमवार रात यहां ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय से बाहर आने के बाद विधायक ने संवाददाताओं से कहा कि जिस मामले में उन्हें तलब किया गया है, उसके बारे में अब भी कुछ स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने उनसे व्यक्तिगत विवरण मांगा। उन्होंने कहा, अधिकारियों ने मेरे परिवार के सदस्यों का विवरण भी मांगा। मैंने उनके सभी सवालों का जवाब दिया। ईडी ने अभी तक उस मामले के बारे में कुछ नहीं पूछा, जिसमें उन्होंने मुझे समन भेजा है।
रोहित रेड्डी मांगी गई जानकारी पेश करने के लिए समय देने का अनुरोध अस्वीकार किए जाने के बाद दोपहर करीब 3 बजे ईडी कार्यालय आए। उन्होंने कहा कि चूंकि वह अयप्पा दीक्षा पर हैं, इसलिए उन्होंने 31 दिसंबर तक का समय मांगा, लेकिन ईडी अधिकारी नहीं माने। उन्होंने कहा, कानून का पालन करने वाले नागरिक के तौर पर मैं ईडी कार्यालय आया हूं और मैं एजेंसी को पूरा सहयोग करूंगा।
इससे पहले उनके निजी सहायक ने सोमवार सुबह ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में जाकर विधायक का एक पत्र सौंपा, जिसमें पेश होने के लिए और समय मांगा गया था।
ईडी ने 15 दिसंबर को अपने नोटिस में रोहित रेड्डी को बैंक खातों, वित्तीय लेनदेन और आयकर रिटर्न के विवरण के साथ पेश होने का निर्देश दिया था।
रोहित रेड्डी ने इससे पहले मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से मुलाकात की थी। समझा जाता है कि उन्होंने उन्हें दिए गए नोटिसों के बारे में बताया। माना जाता है कि राव ने उन्हें चिंता नहीं करने के लिए कहा। राव ने कहा कि उन्हें केंद्रीय एजेंसियों से यही उम्मीद थी, क्योंकि रेड्डी विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में शिकायतकर्ता थे।
विधायक ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार बीआरएस नेताओं को परेशान करने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का इस्तेमाल कर रही है।
ईडी का नोटिस कथित तौर पर ड्रग्स मामले से संबंधित जांच में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उनसे पूछताछ के लिए है। हालांकि, उन्होंने राज्य भाजपा प्रमुख बंदी संजय के इस आरोप को खारिज कर दिया कि कर्नाटक पुलिस ने उन्हें ड्रग्स मामले में नोटिस दिया था।
तंदुर के विधायक रेड्डी बीआरएस विधायकों की खरीद-फरोख्त की कथित साजिश मामले में याचिकाकर्ता हैं।
रोहित रेड्डी की गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 26 अक्टूबर को मोइनाबाद के एक फार्महाउस से रामचंद्र भारती उर्फ सतीश शर्मा, नंदू कुमार और सिंहयाजी स्वामी को गिरफ्तार किया था। इन पर चार बीआरएस विधायकों को कथित तौर पर भाजपा में शामिल होने के लिए लुभाने की कोशिश करने का आरोप है।
रोहित रेड्डी ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उन्हें 100 करोड़ रुपये और अन्य विधायकों को 50-50 करोड़ रुपये देने की पेशकश की।
तेलंगाना सरकार ने 9 नवंबर को मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था।
तीनों आरोपियों को 1 दिसंबर को तेलंगाना हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी।
–आईएएनएस
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