न्यूयॉर्क , 24 मई (आईएएनएस)। वर्जीनिया के एक 38 वर्षीय भारतीय मूल के हैकर को कंप्यूटर हैक करने और ग्राहक क्रेडिट कार्ड नंबर चुराने के आरोप में चार साल से अधिक की जेल की सजा सुनाई गई है।
अमेरिकी जिला न्यायाधीश जी र्मुे स्नो ने नॉरफॉक के रहने वाले चिराग पटेल को कंप्यूटर हैकिंग के लिए दोषी ठहराते हुए 51 महीने की जेल की सजा सुनाई है। रिहाई के बाद तीन साल तक वह सुपरविजन में रहेगा।
एरिजोना जिले के लिए यूएस अटॉर्नी कार्यालय ने सोमवार को कहा कि उन्हें क्षतिपूर्ति के रूप में 87,522.25 डॉलर का भुगतान करने का भी आदेश दिया गया था।
फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के अनुसार, अगस्त 2017 और जुलाई 2020 के बीच पटेल ने कई मौकों पर एक अंतर्राष्ट्रीय हॉस्पिटैलिटी कंपनी के फीनिक्स-आधारित कंप्यूटरों को हैक किया। इसके बाद पटेल ने कंपनी के कस्टमर लॉयल्टी प्रोग्राम से कस्टमर रिवार्ड पॉइंट्स को धोखे से ट्रांसफर और रिडीम किया।
इसके अलावा, पटेल ने ग्राहकों और लॉयल्टी प्रोग्राम के सदस्यों से क्रेडिट कार्ड नंबर और अन्य व्यक्तिगत रूप से पहचान करने वाली जानकारी भी चुरा ली, जो कंपनी के कंप्यूटरों में स्टोर थी।
पटेल ने ग्राहकों और सदस्यों की जानकारी के स्क्रीनशॉट लिए, जिसमें क्रेडिट कार्ड नंबर और अन्य पीआईआई शामिल थे। इसके बाद उसने इन स्क्रीनशॉट को अपने द्वारा नियंत्रित गूगल ड्राइव में सेव कर लिया।
एफबीआई जांच में सामने आया कि कुल मिलाकर अगस्त 2017 और जुलाई 2020 के बीच पटेल ने 1,200 से अधिक क्रेडिट कार्ड नंबर चुराए और अपने पास रखे।
पटेल ने कुछ चुराए गए क्रेडिट कार्ड नंबरों का इस्तेमाल अनाधिकृत खरीदारी करने के लिए किया और कुछ चोरी किए गए क्रेडिट कार्ड नंबरों को बेचने की भी कोशिश की।
–आईएएनएस
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