नई दिल्ली, 1 जून (आईएएनएस)। नरेला पुलिस थाने में दर्ज विस्फोटक अधिनियम के एक मामले में पुलिस ने 52 वर्षीय व्यक्ति को उत्तर-पश्चिम दिल्ली इलाके से गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति 1999 से फरार चल रहा था। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि पिछले 24 सालों से आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार दिल्ली-एनसीआर और बिहार में अपना ठिकाना बदल रहा था। आरोपी की पहचान बिहार के जिला शेखपुरा निवासी अशोक कुमार के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, 26 नवंबर 1997 को इंद्रा कॉलोनी निवासी पुरुषोत्तम कुमार की शिकायत पर नरेला थाने में डकैती व 3/4 विस्फोटक अधिनियम का मामला दर्ज किया गया था।
जांच के दौरान बिहार निवासी बाल्मीकि कुमार के रूप में पहचाने गए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके सहयोगी फरार थे।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली के डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि अशोक कुमार के बारे में मिली गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को एक जाल बिछाया गया और उसे स्वतंत्र नगर से गिरफ्तार कर लिया गया। जांच करने पर पता चला कि कुमार को स्थानीय अदालत ने घोषित अपराधी घोषित किया था।
पूछताछ के दौरान, अशोक कुमार ने मामले में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया और वह दिल्ली-एनसीआर और बिहार के विभिन्न स्थानों पर छिपा हुआ था।
डीसीपी ने कहा कि पुलिस द्वारा पकड़े जाने से पहले वह बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। अन्य मामलों में भी उसकी संभावित संलिप्तता का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
–आईएएनएस
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