बीजिंग, 4 जून (आईएएनएस)। चीन ने पिछले कुछ दशकों में हर क्षेत्र में जबरदस्त विकास किया है। हेल्थ सेक्टर में भी चीन ने काफी तरक्की की है। जहां एक ओर चीनी नागरिकों की जीवन प्रत्याशा में बढ़ोतरी देखने को मिली है, वहीं बीमारियों से निपटने के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। चार दशक पहले तक शायद चीन में छोटी-छोटी बीमारियों से पीड़ित रोगियों के इलाज में भी बहुत समय लगता था। लेकिन आधुनिक तकनीक व आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस के चलते गंभीर रोगों से भी तेजी से निपटा जा रहा है।
ध्यान देने वाली बात है कि चीनी लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत सजग हो चुके हैं। खान-पान से लेकर व्यायाम तक पर फोकस किया जा रहा है। जिससे उनकी समग्र हेल्थ क्वालिटी में सुधार नजर आया है।
चीन की केंद्र सरकार और कम्युनिस्ट पार्टी अपने देश के नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए चिंतित है। इसके कारण समय-समय पर लोगों को स्वास्थ्य पर ध्यान दिलाने के लिए अभियान चलाए जाते हैं। साथ ही सरकार द्वारा लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है। 1 अरब 40 करोड़ की आबादी वाले देश में अगर लोगों को स्वास्थ्य बीमा कवर हासिल हो रहा है और बेहतर इलाज मिल रहा है तो उसकी प्रशंसा करनी होगी, क्योंकि इतनी बड़ी जनसंख्या को जिस तरह से मूलभूत सुविधाएं सुलभ हो रही हैं, वह अन्य देशों के लिए उदाहरण है।
वहीं इस बीच चीन के संबंधित स्वास्थ्य विभागों ने देशभर के चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा उपचार की क्वालिटी और सेफ्टी में सुधार के लिए एक अभियान शुरू किया है। बताया जाता है कि चीन अब इस क्षेत्र में गुणवत्ता सुधारने पर ध्यान दे रहा है। इसके लिए वर्ष 2023 से 2025 तक के लिए एक कार्य योजना जारी की गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग और पारंपरिक चीनी चिकित्सा का राष्ट्रीय प्रशासन इसमें नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है।
माना जा रहा है कि अभियान की अवधि तीन वर्ष की होगी। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें इमरजेंसी विभागों, आउट पेशेंट विभागों और अस्पतालों के अन्य क्षेत्रों में चिकित्सा उपचार की गुणवत्ता और सुरक्षा प्रबंधन को मजबूत करने ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
हाल में जारी की गई इस योजना के अनुसार सर्जिकल ऑपरेशन की गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार के लिए विशेष पहल की जाएगी। इसके साथ ही एक ऐसा तंत्र स्थापित किया जाएगा, जिसके तहत मरीजों को मिलने वाले इलाज की दिन प्रतिदिन निगरानी की जाएगी।
इसके साथ-साथ देशभर के बड़े-बड़े और सक्षम चिकित्सा संस्थानों को ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों और छात्रों की परेशानी को हल करने पर ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। जबकि बुजुर्गो, बच्चों, विकलांगों, गर्भवती महिलाओं और अन्य विशेष जरूरतमंद समूहों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अस्पताल के व्यापक वातावरण में सुधार किए जाने पर जोर दिया गया है।
चीन सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों से स्पष्ट है कि देश के नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना उसकी प्राथमिकताओं में से एक है, क्योंकि कोई भी देश तब तक तरक्की नहीं कर सकता, जब तक कि उसके नागरिक स्वस्थ और तंदुरुस्त न हों।
(अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, बीजिंग)
–आईएएनएस
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