उत्तरकाशी, 6 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड में इन दिनों लव जिहाद के मामले सुर्खियों में हैं। पछुवादून से लेकर उत्तरकाशी तक लव जिहाद के मामलों को लेकर लोग आक्रोशित है। पुरोला में हिंदू नाबालिग लड़की को भगाने के प्रयास का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। अभी भी माहौल सामान्य नहीं हो पाया है।
समुदाय विशेष और बाहरी व्यापारियों के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश बरकरार है। समुदाय विशेष के व्यापारियों की दुकानों के बाहर 15 जून की प्रस्तावित महापंचायत से पहले दुकानें खाली करने के पोस्टर चस्पा होने के बाद नौ मकान मालिकों ने समुदाय विशेष के व्यापारियों से दुकानें खाली करवाने का ऐलान किया है। वहीं, पुलिस ने पोस्टर चस्पा कर माहौल खराब करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उधर, पुरोला में नाबालिग छात्रा को भगा ले जाने और जिले में सौहार्दपूर्ण माहौल बिगाड़े जाने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी चिंतित हैं। इस मामले पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा, लव जिहाद और लैंड जिहाद को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सख्त है। देवभूमि में इस तरीके की हरकतों को नहीं होने दिया जाएगा। ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई भी हो रही है। कानून अपना काम कर रहा है। लेकिन, जो सौहार्द व कानून व्यवस्था बिगाड़ने और माहौल खराब करने का प्रयास करेगा, उनसे भी सख्ती से निपटा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को ऐसे मामलों में सख्ती बरतने के निर्देश दे दिए हैं।
उत्तराखंड सरकार जहां धर्मातरण कानून को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं राज्य में इन दिनों लव जिहाद के मामले सरगर्मी बढ़ा रहे हैं। दरअसल, पिछले दिनों हरिद्वार, उत्तरकाशी, हल्द्वानी समेत कई क्षेत्रों से लव जिहाद के मामले सामने आए हैं। उधर, अब देहरादून जिले के विकासनगर और चकराता क्षेत्र से भी ऐसे ही मामले चर्चाओं में हैं। जानकारी के अनुसार, पिछले एक महीने में ही करीब 13 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
दूसरी तरफ पछुवादून क्षेत्र में इन मामलों को लेकर सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, कुछ क्षेत्रों में तो हिंदूवादी संगठनों ने पोस्टर लगाकर ऐसे लोगों को आगाह करने की कोशिश की है। इस मामले पर पुलिस भी बराबर नजरें बनाई हुई है। ऐसे हालातों को लेकर माहौल न बिगड़े इसके लिए तमाम चौकी थानों को निर्देशित किया गया है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस तरह के जो 13 मामले सामने आए हैं, उनमें हमारी पुलिस जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्यवाही कर रही है। साथ ही, जिन जगहों पर इस तरह के मामले सामने आए हैं, वहां पर पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही की है और जो भी दोषी है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) डॉ. वी. मुरुगेशन का कहना है कि राज्य में लव जिहाद के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने अब इस तरह के अपराधों से निपटने के लिए सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
समुदाय विशेष के व्यापारी बाल खां, अशरफ, मोहम्मद रईस ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि करीब एक सप्ताह से अधिक समय से दुकानें बंद हैं। उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। सुरक्षा के बीच उनकी दुकानें खुलवाई जाएं। समुदाय विशेष के व्यापारियों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष बृहमोहन सिंह चौहान से भी मुलाकात कर दुकानें खुलवाने का अनुरोध किया। व्यापार मंडल अध्यक्ष ने कहा कि अभी माहौल ठीक नहीं है। दुकानें खोलते हैं तो तनाव और बढ़ सकता है।
दूसरी ओर, राष्ट्रीय संत दर्शन लाल भारती भी समुदाय विशेष की दुकानों को खाली करवाने के लिए उनके मकान मालिकों से मिले। इसके बाद नौ दुकान मालिकों ने ऐलान कर दिया है कि वह अपनी दुकान समुदाय विशेष के व्यापारियों से खाली करवाएंगे।
पुलिस ने पोस्टर चस्पा करने के मामले में अज्ञात के खिलाफ धर्म विशेष के लोगों को डराने और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
समुदाय विशेष की दुकानों के बाहर पोस्टर चस्पा होने के बाद पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट है। सीओ बड़कोट सुरेंद्र सिंह भंडारी ने सोमवार को व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन सिंह चौहान और महामंत्री अंकित पंवार के साथ बैठक की। सीओ ने व्यापारियों से शहर में सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को माहौल खराब नहीं करने दिया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस फोर्स है।
भंडारी ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस के पास पर्याप्त फोर्स है, जिसमें 14 एएसआई रैंक के अधिकारी भी इस मामले से निपटने के लिए तैनात किए गए हैं। साथ ही वो खुद भी हर घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। सीओ भंडारी ने बताया कि पुरोला में दुकानों के बाहर पोस्टर लगाने के मामले में अज्ञात के खिलाफ धारा 153, 505, 1 सी, 506 के तहत धर्म विशेष के लोगों को डराने समेत सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में भी जांच जारी है। बैठक में एसएचओ केएस चौहान भी मौजूद रहे।
क्या है मामला :
पिछले दिनों उत्तरकाशी जिले के पुरोला में स्थानीय व्यापारियों ने एक समुदाय विशेष के कई व्यापारियों का विरोध किया था। इसका कारण था कि यहां एक नाबालिग लड़की को भगाने की कोशिश का मामला सामने आया था। दरअसल, 26 मई को नाबालिग लड़की को भगाने की कोशिश के आरोप में नजीमाबाद निवासी उबैद पुत्र अहमद व जितेंद्र सैनी पुत्र अत्तर सैनी के खिलाफ आईपीसी की धारा 363 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। दोनों लड़कों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
आरोप है कि ये दोनों लड़के लड़की को शादी का झांसा देकर देहरादून की ओर ले जा रहे थे, लेकिन इस बात की भनक स्थानीय युवकों को लग गई और उन्होंने इन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। ये दोनों लड़के नगर पंचायत पुरोला में रजाई गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से स्थानीय व्यापारियों में बाहरी व्यापारियों के प्रति आक्रोश है। पुरोला में नाबालिग भगाने के प्रयास के मामले के बाद बाहरी लोगों की सत्यापन की मांग लगातार जारी है। उत्तरकाशी में बड़कोट, नौगांव समेत आसपास के क्षेत्रों के व्यापारियों लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और सड़कों पर उतरकर धर्म विशेष के लोगों की सत्यापन की मांग उठा रहे हैं।
विकासनगर का मामला : उत्तरकाशी के घटना के बाद देहरादून जिले के विकासनगर से एक ऐसा ही मामला सामने आया था। दरअसल, हिमाचल प्रदेश के शिलाई की 16 साल की एक हिंदू लड़की को समुदाय विशेष के दो युवक कोटी कनासर पहुंचे थे और यहां वो होटल में कमरे की तलाश कर रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों को शक हुआ और युवकों को पुलिस के हवाले किया गया।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी शाहरुख पुत्र इदरीश निवासी आलमपुर, मिजार्पुर सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) और शौकीन पुत्र दिलशाद निवासी ढकरानी, विकासनगर (देहरादून) हिमाचल प्रदेश के पावंटा साहिब में सैलून में काम करते हैं। यहां लड़की की पहचान उनसे हो गई थी। इसके बाद धीरे-धीरे लड़की को बहलाकर दोनों युवक उसे चकराता ले आए युवकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 363/366 और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया था।
हालांकि, हकीकत में ऐसे मामलों के पीछे क्या वजह है, इस पर पुलिस जांच कर रही है, लेकिन लोग लव जिहाद को लेकर मोर्चा खोले हुए हैं।
–आईएएनएस
स्मिता/एसजीके