बीजिंग, 18 जून (आईएएनएस)। दुनिया की चौदह 8 हजार मीटर ऊंची चोटियां हिमालय और काराकोरम पर्वत में स्थित हैं, जो पर्वतारोहण जगत के लिए महत्वपूर्ण चुनौती है। इस क्षेत्र में, चीनी महिला पर्वतारोही तोंग होंगजुआन विशेष रूप से ध्यानाकर्षक हैं।
26 अप्रैल, 2023 को तीसरे पहर 5 बजकर 42 मिनट पर तोंग होंगजुआन सफलतापूर्वक 8,027 मीटर की ऊंचाई पर शीशापंगमा पर्वत के शिखर पर चढ़ गई। इसके बाद 30 अप्रैल की रात को, अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोहण प्रमाणन वेबसाइट ने आधिकारिक तौर पर उन्हें 8 हजार मीटर की सभी चौदह चोटियों पर चढ़ने वाली दुनिया की पहली महिला के रूप में मान्यता दी।
बता दें कि शीशापंगमा पर्वत चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाजे शहर की न्येलामू काउंटी में स्थित है। यह दुनिया की 14वीं सबसे ऊंची चोटी है और समुद्र तल से 8 हजार मीटर से अधिक की एकमात्र चोटी है जो पूरी तरह से चीन में स्थित है। वास्तव में, शीशापंगमा पर्वत तोंग होंगजुआन की 8 हजार मीटर की ऊंचाई वाली 14 चोटियों पर चढ़ने की योजना का आखिरी पड़ाव है। साल 2013 में, वह माउंट एवरेस्ट की चोटी पर सफलतापूर्वक पर्वतारोहण किया। इसके बाद, 2014 से 2022 तक, उन्होंने क्रमश: 12 अन्य 8 हजार मीटर के पर्वतों पर पर्वतारोहण किया।
42 वर्षीय तोंग होंगजुआन का पर्वतारोहण के साथ संबंध दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत में सकुन्यांग पर्वत से शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि शुरू में, वह उत्सुक थी और देखना चाहती थी कि 5 हजार मीटर की ऊंचाई कैसी होती है। चढ़ने के बाद, उन्हें लगा कि उनका शरीर ठीक लग रहा है, इसलिए वह देखना चाहती थी कि 6 हजार मीटर और 7 हजार मीटर की ऊंचाई कैसी है, और फिर वह धीरे-धीरे सछ्वान प्रांत से तिब्बत आ गई।
तोंग होंगजुआन ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि 8 हजार मीटर पर्वतारोहियों की एक सूची है, तो उन्होंने मन ही में आशा जतायी कि इस सूची में चीनी लोग का नाम होगा। अपना पसंदीदा पर्वतारोहण के लिए वह प्रयास करती हैं। पिछले 10 सालों में, हर सप्ताह तोंग होंगजुआन 6 बार व्यायाम करने पर अडिग रही थी। दौड़ना, चट्टान पर चढ़ना, तैरना, चाहे बारिश हो या तेज धूप क्यों न हो, वह बिना रुके व्यायाम करती रहती थी। 26 अप्रैल को, जब वह शीशापंगमा पर्वत की चोटी पर चढ़ीं, तो उन्होंने कैमरे से भाव-विभोर होकर कहा : यह सम्मान हमारी मातृभूमि का है। चीन, आई लव यू! तोंग होंगजुआन ने कहा कि शायद भविष्य में वो ऊंची-ऊंची चोटियों पर पर्वतारोहण न कर सकें लेकिन वह अक्सर रॉक क्लाइम्बिंग करेंगी और पर्वतारोहण का जज्बा बनाए रखेंगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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