श्रीनगर, 23 जून (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी) ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोकतांत्रिक कैरेक्टर (चरित्र) की बहाली और इसकी राजनीति का सशक्तिकरण, यहां के लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।
जेकेपीसी ने कहा कि मौजूदा हालात के चलते जम्मू-कश्मीर की राजनीति ठप हो गई है, जो प्रभावी रूप से अपने लोगों की आकांक्षाओं और हितों का प्रतिनिधित्व करने वाली शक्ति व प्रभाव को कम कर रही है।
जेकेपीसी ने कहा कि जो अधिकार जम्मू-कश्मीर के नागरिकों का है, उसे अनुचित तरीके से अनिर्वाचित नौकरशाही को हस्तांतरित कर दिया गया है, जिससे लोकतंत्र का सार नष्ट हो गया है। राजनीति के प्रभाव को कम करने या कमजोर करने के किसी भी प्रयास का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
पार्टी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की राजनीति हमारे लोगों की सामूहिक ताकत और आकांक्षाओं का प्रतीक है। हम इसकी शक्ति और अधिकार को खत्म करने के उद्देश्य से किए गए किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे। जम्मू-कश्मीर की राजनीति की सर्वोच्चता, हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जेकेपीसी ने कहा कि हमारा ²ढ़ विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर पर शासन करने वालों की पहचान, लोगों के हाथों में सत्ता लौटाने के मूल सिद्धांत से ज्यादा अहम नहीं है। हमारा ध्यान जम्मू-कश्मीर के लोगों के अपने प्रतिनिधियों को चुनने के अधिकारों को बहाल करने पर है, जो उनकी चिंताओं, आकांक्षाओं को संबोधित करने के लिए अथक प्रयास करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उनकी आवाज सुनी जाए।
–आईएएनएस
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