जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
जांगिड़ के परिवार ने बताया कि उनके पूर्वज शुरू में बादाम की पेटियां बनाते थे।
परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी के कलाकार हैं।
उन्होंने कहा, हमने यह बॉक्स दिल्ली के सेंट्रल कॉटेज एम्पोरियम के संग्रह के लिए भेजा था। यहीं से प्रधानमंत्री कार्यालय की एक टीम ने इसे उपहार के रूप में चुना।
इस बक्से की ऊंचाई 15 इंच है और इसमें अलग-अलग हिस्से हैं। नक्काशी मोर थीम पर आधारित है। बॉक्स के शीर्ष पर और इसके चारों ओर विभिन्न शैलियों में बारीक नक्काशी के साथ एक मोर की आकृति बनाई गई है।
उन्होंने कहा, बॉक्स को बनाने में दो महीने का समय लगा। मैसूर चंदन की खासियत यह है कि यह तैलीय होता है। तेल के कारण इसका भूरा रंग निकलता है और इस पर नक्काशी भी अद्भुत तरीके से उभरती है। इस बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर कई डिब्बे हैं, जिनमें अलग-अलग चीजें रखी जा सकती हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मोहित द्वारा बनाई गई चंदन की कृष्ण पंखी (पंखा) उपहार में दी थी।
–आईएएनएस
एकेजे
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जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
जांगिड़ के परिवार ने बताया कि उनके पूर्वज शुरू में बादाम की पेटियां बनाते थे।
परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी के कलाकार हैं।
उन्होंने कहा, हमने यह बॉक्स दिल्ली के सेंट्रल कॉटेज एम्पोरियम के संग्रह के लिए भेजा था। यहीं से प्रधानमंत्री कार्यालय की एक टीम ने इसे उपहार के रूप में चुना।
इस बक्से की ऊंचाई 15 इंच है और इसमें अलग-अलग हिस्से हैं। नक्काशी मोर थीम पर आधारित है। बॉक्स के शीर्ष पर और इसके चारों ओर विभिन्न शैलियों में बारीक नक्काशी के साथ एक मोर की आकृति बनाई गई है।
उन्होंने कहा, बॉक्स को बनाने में दो महीने का समय लगा। मैसूर चंदन की खासियत यह है कि यह तैलीय होता है। तेल के कारण इसका भूरा रंग निकलता है और इस पर नक्काशी भी अद्भुत तरीके से उभरती है। इस बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर कई डिब्बे हैं, जिनमें अलग-अलग चीजें रखी जा सकती हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मोहित द्वारा बनाई गई चंदन की कृष्ण पंखी (पंखा) उपहार में दी थी।
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जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
जांगिड़ के परिवार ने बताया कि उनके पूर्वज शुरू में बादाम की पेटियां बनाते थे।
परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी के कलाकार हैं।
उन्होंने कहा, हमने यह बॉक्स दिल्ली के सेंट्रल कॉटेज एम्पोरियम के संग्रह के लिए भेजा था। यहीं से प्रधानमंत्री कार्यालय की एक टीम ने इसे उपहार के रूप में चुना।
इस बक्से की ऊंचाई 15 इंच है और इसमें अलग-अलग हिस्से हैं। नक्काशी मोर थीम पर आधारित है। बॉक्स के शीर्ष पर और इसके चारों ओर विभिन्न शैलियों में बारीक नक्काशी के साथ एक मोर की आकृति बनाई गई है।
उन्होंने कहा, बॉक्स को बनाने में दो महीने का समय लगा। मैसूर चंदन की खासियत यह है कि यह तैलीय होता है। तेल के कारण इसका भूरा रंग निकलता है और इस पर नक्काशी भी अद्भुत तरीके से उभरती है। इस बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर कई डिब्बे हैं, जिनमें अलग-अलग चीजें रखी जा सकती हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मोहित द्वारा बनाई गई चंदन की कृष्ण पंखी (पंखा) उपहार में दी थी।
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जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
जांगिड़ के परिवार ने बताया कि उनके पूर्वज शुरू में बादाम की पेटियां बनाते थे।
परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी के कलाकार हैं।
उन्होंने कहा, हमने यह बॉक्स दिल्ली के सेंट्रल कॉटेज एम्पोरियम के संग्रह के लिए भेजा था। यहीं से प्रधानमंत्री कार्यालय की एक टीम ने इसे उपहार के रूप में चुना।
इस बक्से की ऊंचाई 15 इंच है और इसमें अलग-अलग हिस्से हैं। नक्काशी मोर थीम पर आधारित है। बॉक्स के शीर्ष पर और इसके चारों ओर विभिन्न शैलियों में बारीक नक्काशी के साथ एक मोर की आकृति बनाई गई है।
उन्होंने कहा, बॉक्स को बनाने में दो महीने का समय लगा। मैसूर चंदन की खासियत यह है कि यह तैलीय होता है। तेल के कारण इसका भूरा रंग निकलता है और इस पर नक्काशी भी अद्भुत तरीके से उभरती है। इस बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर कई डिब्बे हैं, जिनमें अलग-अलग चीजें रखी जा सकती हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मोहित द्वारा बनाई गई चंदन की कृष्ण पंखी (पंखा) उपहार में दी थी।
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उन्होंने कहा, बॉक्स को बनाने में दो महीने का समय लगा। मैसूर चंदन की खासियत यह है कि यह तैलीय होता है। तेल के कारण इसका भूरा रंग निकलता है और इस पर नक्काशी भी अद्भुत तरीके से उभरती है। इस बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर कई डिब्बे हैं, जिनमें अलग-अलग चीजें रखी जा सकती हैं।
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मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
जांगिड़ के परिवार ने बताया कि उनके पूर्वज शुरू में बादाम की पेटियां बनाते थे।
परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
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इस बक्से की ऊंचाई 15 इंच है और इसमें अलग-अलग हिस्से हैं। नक्काशी मोर थीम पर आधारित है। बॉक्स के शीर्ष पर और इसके चारों ओर विभिन्न शैलियों में बारीक नक्काशी के साथ एक मोर की आकृति बनाई गई है।
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जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
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परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी के कलाकार हैं।
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मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
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जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
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इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मोहित द्वारा बनाई गई चंदन की कृष्ण पंखी (पंखा) उपहार में दी थी।
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जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
जांगिड़ के परिवार ने बताया कि उनके पूर्वज शुरू में बादाम की पेटियां बनाते थे।
परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी के कलाकार हैं।
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इस बक्से की ऊंचाई 15 इंच है और इसमें अलग-अलग हिस्से हैं। नक्काशी मोर थीम पर आधारित है। बॉक्स के शीर्ष पर और इसके चारों ओर विभिन्न शैलियों में बारीक नक्काशी के साथ एक मोर की आकृति बनाई गई है।
उन्होंने कहा, बॉक्स को बनाने में दो महीने का समय लगा। मैसूर चंदन की खासियत यह है कि यह तैलीय होता है। तेल के कारण इसका भूरा रंग निकलता है और इस पर नक्काशी भी अद्भुत तरीके से उभरती है। इस बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर कई डिब्बे हैं, जिनमें अलग-अलग चीजें रखी जा सकती हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मोहित द्वारा बनाई गई चंदन की कृष्ण पंखी (पंखा) उपहार में दी थी।
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मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
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जयपुर, 24 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को जो चंदन की लकड़ी का छोटा बक्सा भेंट किया उसे जयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार मोहित जांगिड़ ने बनाया है।
मैसूर के जंगलों से लाई गई चंदन की लकड़ी से बना यह बक्सा अपनी उत्कृष्ट सुंदरता और नक्काशी के लिए वैश्विक सुर्खियों में आ गया है।
जांगिड़ के परिवार ने बताया कि उनके पूर्वज शुरू में बादाम की पेटियां बनाते थे।
परिवार में से कुल 11 लोगों ने अपने अनूठे शिल्प कौशल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इस परिवार ने कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
मोहित परिवार की चौथी पीढ़ी के कलाकार हैं।
उन्होंने कहा, हमने यह बॉक्स दिल्ली के सेंट्रल कॉटेज एम्पोरियम के संग्रह के लिए भेजा था। यहीं से प्रधानमंत्री कार्यालय की एक टीम ने इसे उपहार के रूप में चुना।
इस बक्से की ऊंचाई 15 इंच है और इसमें अलग-अलग हिस्से हैं। नक्काशी मोर थीम पर आधारित है। बॉक्स के शीर्ष पर और इसके चारों ओर विभिन्न शैलियों में बारीक नक्काशी के साथ एक मोर की आकृति बनाई गई है।
उन्होंने कहा, बॉक्स को बनाने में दो महीने का समय लगा। मैसूर चंदन की खासियत यह है कि यह तैलीय होता है। तेल के कारण इसका भूरा रंग निकलता है और इस पर नक्काशी भी अद्भुत तरीके से उभरती है। इस बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके अंदर कई डिब्बे हैं, जिनमें अलग-अलग चीजें रखी जा सकती हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मोहित द्वारा बनाई गई चंदन की कृष्ण पंखी (पंखा) उपहार में दी थी।