लंदन, 2 जुलाई (आईएएनएस)। 19 वर्षीय भारतीय मूल की छात्रा के प्रेमी ने पिछले साल लंदन में उसके विश्वविद्यालय आवास में उसकी हत्या करने की बात स्वीकार की है, लेकिन हत्या करने के किसी भी इरादे से इनकार किया है।
23 वर्षीय मैहर मारौफे को सबिता थानवानी की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया, जो 19 मार्च, 2022 को लंदन के क्लेरकेनवेल इलाके में आर्बर हाउस के स्टूडेंट फ्लैट में अपनी गर्दन पर गंभीर चोटों के साथ पाई गई थी।
मारौफे को एक इमरजेंसी वर्कर की पिटाई कर हमले के आरोप में भी दोषी ठहराया गया।
पिछले साल मार्च में, एक पड़ोसी ने थानवानी के कमरे से चीखें आने की आवाज सुनी, जिसके बाद सुबह-सुबह आपातकालीन सेवाएं सतर्क हो गईं। पुलिस ने बिस्तर के चारों ओर खून के धब्बे देखे, साथ ही थानवानी के कमरे के फर्श पर कंबल और रजाई भी देखी। सुबह 6 बजे उसे घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया और पोस्टमार्टम जांच में उसकी मौत का कारण गर्दन पर तेज हमले को बताया गया।
द स्टैंडर्ड के मुताबिक, हमलावर ने क्लेरकेनवेल में सेबस्टियन स्ट्रीट की इमारत छोड़ने से पहले दूसरे कमरे में जाने की कोशिश की थी। मारौफ़े को पुलिस ने एक बगीचे के शेड में तिरपाल के नीचे सोते हुए पाया था, और कथित तौर पर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश करते समय उसने एक पुलिस अधिकारी का सिर कुचल दिया था।
उनकी याचिका पर सुनवाई के बाद, अदालत ने सितंबर में ओल्ड बेली में उनकी सजा को स्थगित करते हुए उन्हें वापस हिरासत में भेज दिया।
–आईएएनएस
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