बीजिंग, 5 जुलाई (आईएएनएस)। रिपोर्ट के अनुसार अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी (आईएईए) ने जापान के फुकुशिमा नाभिकीय प्रदूषित पानी के निपटारे की चतुर्मुखी मूल्यांकन रिपोर्ट जारी की।
इसमें कहा गया कि जापान की परमाणु प्रदूषित पानी निकासी योजना अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मापदंड से मेल खाती है और आईएईए जापान की परमाणु प्रदूषित पानी निकासी की दीर्घकालिक निगरानी करेगी। इसे लेकर संबंधित सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय ने 4 जुलाई को एक बयान जारी कर कहा कि चीन ने आईएईए की रिपोर्ट पर ध्यान दिया है।
सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट ने मूल्यांकन कार्य में भाग लेने वाले विभिन्न पक्षों के विशेषज्ञों की राय पर्याप्त रूप से प्रतिबिंबित नहीं की और संबंधित निष्कर्ष को विभिन्न पक्षों के विशेषज्ञों की सहमति प्राप्त नहीं हुई। चीन आईएईए द्वारा जल्दबाजी से यह रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर खेद व्यक्त करता है।
बयान में कहा गया कि आईएईए की रिपोर्ट जापान द्वारा परमाणु प्रदूषित जल समुद्र में छोड़ने का पास और पुष्टि-पत्र नहीं है। आईएईए ने अपने सुपुर्द अधिकारों के परिसीमा के कारण जापान की योजना की युक्ति और वैधिकता की जांच नहीं की। जापान के परिष्कृत उपकरणों की दार्घकालिक प्रभावकारिकता का मूल्यांकन नहीं किया और जापान के आंकड़ों की सच्चाई व सटीकता की पुष्टि नहीं की। हमने इस पर ध्यान दिया है कि आईएईए महानिदेशक ने कहा है कि आईएईए ने जापान सरकार की मांग के मुताबिक जो मूल्यांकन किया, वह जापान का प्रदूषित पानी को समुद्र में छोड़ने का समर्थन नहीं है।
चीनी पक्ष फिर जापान से प्रदूषित पानी समुद्र में छोड़ने की योजना बंद करने और वैज्ञानिक, सुरक्षित व पारदर्शी रूप से निपटने का अनुरोध करता है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
–आईएएनएस