भुवनेश्वर, 6 जुलाई (आईएएनएस)। ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने ऑनलाइन पोंजी ऐप घोटाले के सिलसिले में आरोपी कृष्णानंद एन. को कर्नाटक से गिरफ्तार किया है।
कृष्णानंद ने गेटसो अर्निंग ऐप के जरिए लोगों से ठगी की है। ईओडब्ल्यू के एक अधिकारी ने कहा कि नयापल्ली, भुवनेश्वर के दिव्यज्योति कर नाम के एक व्यक्ति द्वारा ऐप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद ईओडब्ल्यू मोबाइल ऐप पर नकेल कसने में सफल रही।
दिव्यज्योति क्रिप्टो का व्यवसाय करने वाली गेटसो नामक कंपनी के व्हाट्सऐप समूह में शामिल हुए। उन्हें दैनिक निकासी सुविधा के अलावा निवेश की गई राशि पर प्रतिदिन 6 प्रतिशत रिटर्न के लिए कंपनी में निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया।
शिकायतकर्ता ने जेटसो कंपनी की वेबसाइट पर एक खाता बनाया और अक्टूबर 2022 से दिसंबर, 2022 की अवधि के दौरान कंपनी के साथ 1.27 लाख रुपये की राशि जमा की।
इसके बाद, जेटसो व्हाट्सऐप ग्रुप को बंद कर दिया गया और निकासी के अनुरोधों को नजरअंदाज कर दिया गया। कंपनी ने दिव्यज्योति और पूरे भारत में हजारों अन्य निवेशकों को धोखा दिया। अधिकारी ने कहा, अकेले ओडिशा से सौ से अधिक निवेशक होंगे।
अब तक की जांच में ईओडब्ल्यू को 144 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला पता चला है। धोखाधड़ी करने वाली कंपनी क्रिप्टो माइनिंग के नाम पर पोंजी स्कीम चलाकर पूरे भारत में ऑनलाइन मनी सर्कुलेशन चला रही थी।
जांच के दौरान निवेशित धन की मात्रा और निवेशकों की संख्या बढ़ने की संभावना है। उन्होंने बताया कि निवेश की गई रकम में से 26 करोड़ रुपये का लेनदेन गिरफ्तार आरोपी कृष्णानंद एन. के खाते से होना पाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि गेटसो ने धोखाधड़ी से अपनी वेबसाइट/ऐप पर वाशिंगटन, यूएसए स्थित कंपनी होने का दावा किया। मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर पर 10,000 से अधिक डाउनलोड के साथ उपलब्ध है। इसने अर्निंग गुरु एमजे जैसी योजना को बढ़ावा देने के लिए कुछ यूट्यूबर्स का इस्तेमाल किया।
इसने क्रिप्टो माइनिंग करने का दावा किया था लेकिन वास्तव में यह एक पोंजी/मल्टी-लेवल मार्केटिंग ऑनलाइन घोटाला चला रहा था। 25 अक्टूबर, 2022 को कंपनी ने घोषणा की कि वह क्रिप्टोकरेंसी पर भारत सरकार से उच्च कराधान का दावा करते हुए भारतीय बाजार से हट रही है।
–आईएएनएसट
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